बिहारी की रचनाएँ
माहि सरोवर सौरभ लै माहि सरोवर सौरभ लै, ततकाल खिले जलजातन मैं कै नीठि चलै जल वास अचै, लपटाइ लता तरु मारग मैं कै पोंछत… Read More »बिहारी की रचनाएँ
माहि सरोवर सौरभ लै माहि सरोवर सौरभ लै, ततकाल खिले जलजातन मैं कै नीठि चलै जल वास अचै, लपटाइ लता तरु मारग मैं कै पोंछत… Read More »बिहारी की रचनाएँ