Skip to content

बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमघन’की रचनाएँ

मुरली राजत अधर पर मुरली राजत अधर पर उर विलसत बनमाल। आय सोई मो मन बसौ सदा रंगीले लाल॥ सीस मुकुट कर मैं लकुट कटि… Read More »बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमघन’की रचनाएँ

बंधुरत्न की रचनाएँ

आई चिड़िया आले आई आई चिड़िया आले आई, आई चिड़िया बाल आई! चूँ-चूँ करती चिड़िया आई, दाब चोंच में दाना लाई। दाना आया, पानी आया,… Read More »बंधुरत्न की रचनाएँ