राजेन्द्र टोकी की रचनाएँ
सोचना ही फ़ज़ूल है शायद सोचना ही फ़ज़ूल है शायद ज़िन्दगी एक भूल है शायद हर नज़ारा दिखाई दे धुँधला मेरी आँखों पे धूल है… Read More »राजेन्द्र टोकी की रचनाएँ
सोचना ही फ़ज़ूल है शायद सोचना ही फ़ज़ूल है शायद ज़िन्दगी एक भूल है शायद हर नज़ारा दिखाई दे धुँधला मेरी आँखों पे धूल है… Read More »राजेन्द्र टोकी की रचनाएँ