सरवर आलम राज़ ‘सरवर’ की रचनाएँ
दिल पे गुज़रे है जो बता ही दे दिल पे गुज़रे है जो बता ही दे दास्तान अब उसे सुना ही दे मेरे हक़ में… Read More »सरवर आलम राज़ ‘सरवर’ की रचनाएँ
दिल पे गुज़रे है जो बता ही दे दिल पे गुज़रे है जो बता ही दे दास्तान अब उसे सुना ही दे मेरे हक़ में… Read More »सरवर आलम राज़ ‘सरवर’ की रचनाएँ