सबा सीकरी की रचनाएँ
आज फिर उनका सामना होगा आज फिर उनका सामना होगा क्या पता उसके बाद क्या होगा । आसमान रो रहा है दो दिन से आपने… Read More »सबा सीकरी की रचनाएँ
आज फिर उनका सामना होगा आज फिर उनका सामना होगा क्या पता उसके बाद क्या होगा । आसमान रो रहा है दो दिन से आपने… Read More »सबा सीकरी की रचनाएँ
तालिबे-दीद पर आँच आये यह मंज़ूर नहीं तालिबे-दीद पर आँच आए यह मंज़ूर नहीं। दिल में है वरना वो बिजली जो सरे-तूर नहीं॥ दिल से… Read More »सफ़ी लखनवी की रचनाएँ
न अपने बस में है रोना न हाए हँस देना न अपने बस में है रोना न हाए हँस देना कोई रूलाए तो रोना हँसाए… Read More »सफ़ी औरंगाबादी की रचनाएँ
शम-ए-उम्मीद जला बैठे थे वो हसरत-ए-बहार न तूफ़ान-ए-ज़िंदगी आता है फिर रूलाने का अब्र बहार क्यूँ आलाम-ओ-ग़म की तुंद हवादिस के वास्ते इतना लतीफ़ दिल… Read More »सफ़िया शमीम की रचनाएँ
किताबें किताबें करती हैं बातें बीते जमानों की दुनिया की, इंसानों की आज की कल की एक-एक पल की। खुशियों की, गमों की फूलों की,… Read More »सफ़दर हाशमी की रचनाएँ
धूप सूखे और ऊँचे पहाड़ों को मटियाले रंगों की चमक दे जाती है अपनी पहाड़ी से अलग दूसरी पहाड़ी पर सुरमई हो जाती है उचटती… Read More »सफ़दर इमाम क़ादरी की रचनाएँ
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ बीज गिरा बीज कोई अनजान उम्मीदों का उमड़ा तूफ़ान धरती सीने हुई रोपाई फसल स्वप्न की लहलहाई थी सख्त धरा जैसे मरू… Read More »सपना मांगलिक की रचनाएँ
ऐ कवि ! जब देश में दंगा हो रहा था ऐ कवि, तू तब कहाँ था ? — मेरे गुसल का नल टूटा था पानी बहता… Read More »सपन सारन की रचनाएँ
गुजरात और इराक की माएं अभी दस दिन सिर्फ दस दिन हुए हैं मेरे बच्चे को घर से गये कपड़े उसके मैंने ही रखे थे… Read More »सपना चमड़िया की रचनाएँ
चलो कि हम भी ज़माने के साथ चलते हैं चलो कि हम भी ज़माने के साथ चलते हैं नहीं बदलता ज़माना तो हम बदलते हैं… Read More »सदा अम्बालवी की रचनाएँ