अलीना इतरत की रचनाएँ
मौसम-ए-गुल पर ख़िज़ाँ का ज़ोर चल जाता है क्यूँ मौसम-ए-गुल पर ख़िज़ाँ का ज़ोर चल जाता है क्यूँ हर हसीं मंज़र बहुत जल्दी बदल जाता… Read More »अलीना इतरत की रचनाएँ
मौसम-ए-गुल पर ख़िज़ाँ का ज़ोर चल जाता है क्यूँ मौसम-ए-गुल पर ख़िज़ाँ का ज़ोर चल जाता है क्यूँ हर हसीं मंज़र बहुत जल्दी बदल जाता… Read More »अलीना इतरत की रचनाएँ