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अहसान बिन ‘दानिश’

अहसान बिन ‘दानिश’ की रचनाएँ

कुत्ता और मज़दूर  कुत्ता इक कोठी के दरवाज़े पे भूँका यक़बयक़ रूई की गद्दी थी जिसकी पुश्त से गरदन तलक रास्ते की सिम्त सीना बेख़तर… Read More »अहसान बिन ‘दानिश’ की रचनाएँ