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इब्ने इंशा

इब्ने इंशा की रचनाएँ

इंशाजी उठो अब कूच करो  इंशाजी उठो अब कूच करो इस शहर में दिल को लगाना क्या। वहशी को सुकूं से क्या मतलब जोगी का… Read More »इब्ने इंशा की रचनाएँ