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चतुर्भुज मिश्र

चतुर्भुज मिश्र की रचनाएँ

हाय हर सुबह लहू से लथपथ है, हर शाम अनय से काली है । मानवता लगता लुप्त हुई, अब दानवता की पाली है ॥ यह… Read More »चतुर्भुज मिश्र की रचनाएँ