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ज़ुबैर फ़ारूक़

ज़ुबैर फ़ारूक़ की रचनाएँ

आँखों में है बसा हुआ तूफ़ान देखना आँखों में है बसा हुआ तूफ़ान देखना निकले हैं दिल से यूँ मिरे अरमान देखना भूला हूँ जिस… Read More »ज़ुबैर फ़ारूक़ की रचनाएँ