जोश मलसियानी की रचनाएँ
आग है आग तिरी तेग़-ए-अदा का पानी आग है आग तिरी तेग़-ए-अदा का पानी ऐसे पानी को मैं हरगिज़ न कहूँगा पानी न रहे आँख… Read More »जोश मलसियानी की रचनाएँ
आग है आग तिरी तेग़-ए-अदा का पानी आग है आग तिरी तेग़-ए-अदा का पानी ऐसे पानी को मैं हरगिज़ न कहूँगा पानी न रहे आँख… Read More »जोश मलसियानी की रचनाएँ