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फ़ज़ल हुसैन साबिर

फ़ज़ल हुसैन साबिर की रचनाएँ

है जो ख़ामोश बुत-ए-होश-रूबा मेरे बाद है जो ख़ामोश बुत-ए-होश-रूबा मेरे बाद गुल खिलाएगा कोई और नया मेरे बाद तू जफ़ाओं से जो बदनाम किए… Read More »फ़ज़ल हुसैन साबिर की रचनाएँ