Skip to content

रविकान्त

रविकान्त की रचनाएँ

प्रेम-1 प्रेम का मतलब है तुम्हारे साथ रहना प्रेम-2 तुम मुझे माफ़ नहीं करतीं पर सारे अपमान पी कर भी मैं तुम्हें मना लेता हूँ।… Read More »रविकान्त की रचनाएँ