Skip to content

शिबली नोमानी

शिबली नोमानी

हुकूमत पर ज़वाल आया तो हुकूमत पर ज़वाल आया तो फिर नामो-निशां कब तक चराग़े-कुश्‍त:-ए-महफ़िल से उट्ठेगा धुऑं कब तक क़बाए-सल्‍तनत के गर फ़लक ने… Read More »शिबली नोमानी