Skip to content

‘सज्जन’ धर्मेन्द्र

‘सज्जन’ धर्मेन्द्र की रचनाएँ

ग़ज़लें महीनों तक तुम्हारे प्यार में इसको पकाया है महीनों तक तुम्हारे प्यार में इसको पकाया है। तभी जाके ग़ज़ल पर ये गुलाबी रंग आया… Read More »‘सज्जन’ धर्मेन्द्र की रचनाएँ