हरकीरत हीर की रचनाएँ
ग़ज़लें चलो ज़िन्दगी को मुहब्बत बना दें चलो ज़िन्दगी को मुहब्बत बना देंजहां से ज़ुलम औ’ सितम हम मिटा दें अहम की दिवारें नहीं मीत… Read More »हरकीरत हीर की रचनाएँ
ग़ज़लें चलो ज़िन्दगी को मुहब्बत बना दें चलो ज़िन्दगी को मुहब्बत बना देंजहां से ज़ुलम औ’ सितम हम मिटा दें अहम की दिवारें नहीं मीत… Read More »हरकीरत हीर की रचनाएँ
मैं लिखना चाहती हूं मैं लिखना चाहती हूं कुछ ऐसे लेख जो जुड़े हों देश, दुनिया और समाज से कुछ ऐसी कविताएं जिनमें न हो… Read More »हिमानी की रचनाएँ
जिस ज़मीं पर तिरा नक़्श-ए-कफ़-ए-पा होता है जिस ज़मीं पर तिरा नक़्श-ए-कफ़-ए-पा होता है एक इक ज़र्रा वहाँ क़िबला नुमा होता है काश वो दिल… Read More »हरी चंद अख़्तर की रचनाएँ
रक्त झर-झर.. बन्द होगा बन्द होगा अभी बन्द होगा रक्त रिसना बन्द होगा बन्द होगा अभी बन्द होगा क़लम घिसना …इस उम्मीद में अभी तो… Read More »हरजेन्द्र चौधरी ’ की रचनाएँ
आगाह अपनी मौत से कोई बशर नहीं आगाह अपनी मौत से कोई बशर नहीं सामान सौ बरस के हैं कल की ख़बर नहीं आ जाएँ… Read More »हैरत इलाहाबादी ’ की रचनाएँ
राधा श्याम सेवैँ सदा वृन्दावन वास करैँ राधा श्याम सेवैँ सदा वृन्दावन वास करैँ, रहैँ निहचिँत पद आस गुरुवरु के । चाहैँ धन धाम ना… Read More »हरिश्चन्द्र की रचनाएँ
आइना सीना-ए-साहब-नज़राँ है कि जो था आइना सीना-ए-साहब-नज़राँ है कि जो था चेहरा-ए-शाहिद-ए-मक़सूद अयाँ है कि जो था इश्क़-ए-गुल में वही बुलबुल का फ़ुगाँ है… Read More »हैदर अली ‘आतिश’ की रचनाएँ
आब-ए-हयात जा के किसू ने पिसू ने पिया तो क्या आब-ए-हयात जा के किसू ने पिसू ने पिया तो क्या मानिंद-ए-ख़िज्र जग में अकेला जिया… Read More »हातिम शाह की रचनाएँ
जगत के कुचले हुए पथ पर भला कैसे चलूं मैं? किसी के निर्देश पर चलना नहीं स्वीकार मुझको नहीं है पद चिह्न का आधार भी… Read More »हरिशंकर परसाई की रचनाएँ
द्रोणाचार्य द्रोणाचार्य क्या तुम इस देश के मनु को जानते हो? द्रोणाचार्य क्या तुम ‘तथाकथित वीर अर्जुन’ को जानते हो? द्रोणाचार्य क्या तुम ‘परमवीर एकलव्य’… Read More »हरकिशन सन्तोषी की रचनाएँ