ओम निश्चल की रचनाएँ
उन दिनों का ऋण उन दिनों का ऋण चुकाना बहुत मुश्किल है। मित्रता को तोल पाना बहुत मुश्किल है। एक लघु आकाश था, रमने-विचरने के… Read More »ओम निश्चल की रचनाएँ
उन दिनों का ऋण उन दिनों का ऋण चुकाना बहुत मुश्किल है। मित्रता को तोल पाना बहुत मुश्किल है। एक लघु आकाश था, रमने-विचरने के… Read More »ओम निश्चल की रचनाएँ
हलौळ अस्यां तो कस्यां हो सकै छै कै थनै क्है दी अर म्हनै मान ली सांच कै कोई न्हं अब ई कराड़ सूं ऊं कराड़… Read More »ओम नागर की रचनाएँ
नेता और अफसर नेता डरा दिखे अफसर से, अफसर नेता से दोनों अपने फन में माहिर, हैं अभिनेता से। सच में डर है नहीं किसी… Read More »ओम धीरज की रचनाएँ
बातों की रातें आँगन में बैठी दो चिड़ियाँ करती थीं आपस में बातें, आओ हिल-मिलकर हम दोनों आज काट दें काली रातें। तभी अचानक नील… Read More »ओंकारेश्वर दयाल ‘नीरद’ की रचनाएँ
मेरे बाद आ बदलेगा रंग शाम-ए-आलम मेरे बाद आ होगा ज़रा सा दर्द भी कम मेरे बाद आ तन्हाइयाँ भी अपनी हैं अपनी हैं साअतें… Read More »ऐन रशीद की रचनाएँ
भीड़ है बर-सर-ए-बाज़ार कहीं और चलें भीड़ है बर-सर-ए-बाज़ार कहीं और चलें आ मेरे दिल मेरे ग़म-ख़्वार कहीं और चलें कोई खिड़की नहीं खुलती किसी… Read More »ऐतबार साज़िद की रचनाएँ
कुछ कम नहीं है शम्मा से दिल की कुछ कम नहीं है शम्मा से दिल की लगन में हम फ़ानूस में वो जलती है याँ… Read More »ऐश’ देलहवी की रचनाएँ
आज भड़की रग-ए-वहशत तिरे दीवानों की आज भड़की रग-ए-वहशत तिरे दीवानों की क़िस्मतें जागने वाली हैं बयाबानों की फिर घटाओं में है नक़्क़ारा-ए-वहशत की सदा… Read More »एहसान दानिश की रचनाएँ
ये दुनिया है यहां असली कहानी पुश्त पर रखना ये दुनिया है यहां असली कहानी पुश्त पर रखना लबों पर प्यास रखना और पानी पुश्त… Read More »एहतेशाम-उल-हक़ सिद्दीक़ी की रचनाएँ
बहाना ढूंढ ही लेता है, खूँ बहाने का बहाना ढूंढ ही लेता है खूँ बहाने का, है शौक कितना उसे सुर्ख़ियों में आने का। मिले… Read More »एहतराम इस्लाम की रचनाएँ