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Hindi

भरत प्रसाद की रचनाएँ

मेरी मातृभूमि  ओ मेरी विशाल और महान मातृभूमि मैं आज तुम्हारी ममतामयी धूल और मिट्टी को साष्टांग प्रणाम करता हूँ। सदा हरी-भरी तुम्हारी गोद प्रसन्न… Read More »भरत प्रसाद की रचनाएँ

भरत तिवारी की रचनाएँ

सारे रंगों वाली लड़की-1 सारे रंगों वाली लड़की कहाँ हो? आम के पेड़ में अभी–अभी जागी कोयल धानी से रंग के बौर सब दिख रहे… Read More »भरत तिवारी की रचनाएँ

भगवान स्वरूप कटियार की रचनाएँ

हम फ़ौलाद के गीत गाएँगे विनायक सेन के प्रति हम फ़ौलाद के गीत गाएँगे दुनिया फ़ौलाद की बनी है और हम फ़ौलाद की संतानें हैं… Read More »भगवान स्वरूप कटियार की रचनाएँ

भगवत् रसिक की रचनाएँ

लखी जिन लाल की मुसक्यान लखी जिन लाल की मुसक्यान। तिनहिं बिसरी बेद-बिधि जप जोग संयम ध्यान॥ नेम ब्रत आचार पूजा पाठ गीता ग्यान। ‘रसिक… Read More »भगवत् रसिक की रचनाएँ

भगवतीप्रसाद द्विवेदी की रचनाएँ

निंदिया आ री निंदिया, तू है कितनी प्यारी, बिटिया की अंखियों में आ री! आ जा फुदक-फुदक चिड़िया-सी रुनझुन-गुनगुन गाती, आंगन में उतरी चंदनिया ठुमक-ठुमक… Read More »भगवतीप्रसाद द्विवेदी की रचनाएँ

भगवतीचरण वर्मा की रचनाएँ

स्मृतिकण क्या जाग रही होगी तुम भी? निष्ठुर-सी आधी रात प्रिये! अपना यह व्यापक अंधकार, मेरे सूने-से मानस में, बरबस भर देतीं बार-बार; मेरी पीडाएँ… Read More »भगवतीचरण वर्मा की रचनाएँ

भगवत रावत की रचनाएँ

वे इस पृथ्वी पर वे इस पृथ्वी पर कहीं न कहीं कुछ न कुछ लोग हैं ज़रूर जो इस पृथ्वी को अपनी पीठ पर कच्छपों… Read More »भगवत रावत की रचनाएँ

भगवत दुबे की रचनाएँ

आप बड़े हैं आप निगलते सूर्य समूचा अपने मुँह मिट्ठू बनते हैं, हमने माना आप बड़े हैं! पुरखों की उर्वरा भूमि से यश की फसल… Read More »भगवत दुबे की रचनाएँ

भँजन की रचनाएँ

अंबर बीच पयोधर देखिकै अंबर बीच पयोधर देखिकै कौन को धीरज सोँ न गयो है । भँजनजू नदिया यह रूप की नाव नहीँ रविहू अथयो… Read More »भँजन की रचनाएँ