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Hindi

जयप्रकाश भारती की रचनाएँ

राकेट उड़ा राकेट उड़ा हवा में एक, लाखों लोग रहे थे देख। पहले खूब लगे चक्कर, हुआ अचानक छू-मंतर। जा पहुँचा चंदा के पास, जहाँ… Read More »जयप्रकाश भारती की रचनाएँ

जयप्रकाश मानस की रचनाएँ

कोई नहीं है बैठे-ठाले  » कोई नहीं है बैठे-ठालेकीड़े भी सड़े-गले पत्तों को चर रहे हैं कुछ कोसा बुन रहे हैं केचुएँ आषाढ़ आने से… Read More »जयप्रकाश मानस की रचनाएँ

जयप्रकाश नारायण की रचनाएँ

एक चिड़ा और एक चिड़ी की कहानी एक था चिड़ा और एक थी चिड़ी एक नीम के दरख़्त पर उनका था घोंसला बड़ा गहरा प्रेम… Read More »जयप्रकाश नारायण की रचनाएँ

जयप्रकाश कर्दम की रचनाएँ

आदमी और कविता क्यों नहीं चलते साथ-साथ आदमी और कविता जहां कविता है वहां आदमी नहीं है जहां आदमी है वहां नहीं है कविता दोनों… Read More »जयप्रकाश कर्दम की रचनाएँ

जयकृष्ण राय तुषार की रचनाएँ

आम कुतरते हुए सुए से  आम कुतरते हुए सुए से मैना कहे मुण्डेर की । अबकी होली में ले आना भुजिया बीकानेर की । गोकुल,… Read More »जयकृष्ण राय तुषार की रचनाएँ

जयंत परमार की रचनाएँ

ग़ालिब जब भी तुझको पढ़ता हूँ लफ़्ज़-लफ़्ज़ से गोया आसमाँ खिला देखूँ एक-एक मिसरे में कायनात का साया फैलता हुआ देखूँ!   ग़ालिब की मज़ार… Read More »जयंत परमार की रचनाएँ

जमीलुर्रहमान की रचनाएँ

नजात दुखते हुए सीनों की ख़ुशबू के हाथों में उन जलते ख़्वाबों के लहराते कोड़े हैं जिन्हें वो इक गहनाए चाँद की नंगी कमर पे… Read More »जमीलुर्रहमान की रचनाएँ

जमील मज़हरी की रचनाएँ

तोल अपने को तोल देख के कर्रोफ़र दौलत की तेरा जी ललचाय सूँघ के मुश्की ज़ुल्फ़ों की बू नींद-सी तुझ को आए जैसे बे-लंगर की… Read More »जमील मज़हरी की रचनाएँ

जमाल ओवैसी की रचनाएँ

गुरेज़-पा है नया रास्ता किधर जाएँ गुरेज़-पा है नया रास्ता किधर जाएँ चलो कि लौट के हम अपने अपने घर जाएँ न मौज-ए-तुंद है कुछ… Read More »जमाल ओवैसी की रचनाएँ

जमाल एहसानी की रचनाएँ

बिखर गया है जो मोती पिरोने वाला था बिखर गया है जो मोती पिरोने वाला था वो हो रहा है यहाँ जो न होने वाला… Read More »जमाल एहसानी की रचनाएँ