सरवत हुसैन की रचनाएँ
दश्त ले जाए कि घर ले जाए दश्त ले जाए कि घर ले जाए तेरी आवाज़ जिधर ले जाए अब यही सोच रही हैं आँखें… Read More »सरवत हुसैन की रचनाएँ
दश्त ले जाए कि घर ले जाए दश्त ले जाए कि घर ले जाए तेरी आवाज़ जिधर ले जाए अब यही सोच रही हैं आँखें… Read More »सरवत हुसैन की रचनाएँ
बे-तहाशा उसे सोचा जाए बे-तहाशा उसे सोचा जाए ज़ख़्म को और कुरेदा जाए जाने वाले को चले जाना है फिर भी रस्मन ही पुकारा जाए… Read More »सरवत ज़ोहरा की रचनाएँ
सर्कस का शेर भागा जब सर्कस का शेर की उसने जंगल की सैर। मिला उसे गीदड़ मुँहजोर उसने शीघ्र मचाया शोर। सुनो शहर से आया… Read More »सरला जैन की रचनाएँ
कौन है किस ने पुकारा है सदा कैसे हुई कौन है किस ने पुकारा है सदा कैसे हुई ये किरन तारीकी-ए-शब से रिहा कैसे हुई… Read More »सरमद सहबाई की रचनाएँ
मुनाफ़ा मुश्तरक है और ख़सारे एक जैसे हैं मुनाफ़ा मुश्तरक है और ख़सारे एक जैसे हैं कि हम दोनों की क़िस्मत के सितारे एक जैसे… Read More »सरफ़राज़ शाहिद की रचनाएँ
आरज़ूओं की रूतें बदले ज़माने हो गए आरज़ूओं की रूतें बदले ज़माने हो गए ज़िंदगी के साथ सब रिश्ते पुराने हो गए आबला-पाई ने ऐसी… Read More »सरफ़राज़ दानिश की रचनाएँ
ऐसी वैसी पे क़नाअत नहीं कर सकते हम ऐसी वैसी पे क़नाअत नहीं कर सकते हम दान ये फ़क्ऱ की दौलत नहीं कर सकते हम… Read More »सरफ़राज़ ज़ाहिद की रचनाएँ
हैदराबाद धमाकों पर 1). अपाहिज बनके जीने की अदा अच्छी नहीं लगती जो सूली तक न ले जाए सजा अच्छी नहीं लगती 2). ये धमाके… Read More »सरदार अंजुम की रचनाएँ
दिल दुखा था मिरा ऐसा कि दिखाया न गया दिल दुखा था मिरा ऐसा कि दिखाया न गया दर्द इतना था कि ख़ुद उन से… Read More »सय्यद बशीर हुसैन बशीर की रचनाएँ
बक रहा हूँ आज कल हिज़यान बाक़ी ख़ैर है बक रहा हूँ आज कल हिज़यान बाक़ी ख़ैर है और लाहक़ है ज़रा निस्यान बाक़ी ख़ैर… Read More »सय्यद फहीमुद्दीन की रचनाएँ