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Hindi

सरवत ज़ोहरा की रचनाएँ

बे-तहाशा उसे सोचा जाए बे-तहाशा उसे सोचा जाए ज़ख़्म को और कुरेदा जाए जाने वाले को चले जाना है फिर भी रस्मन ही पुकारा जाए… Read More »सरवत ज़ोहरा की रचनाएँ

सरला जैन की रचनाएँ

सर्कस का शेर भागा जब सर्कस का शेर की उसने जंगल की सैर। मिला उसे गीदड़ मुँहजोर उसने शीघ्र मचाया शोर। सुनो शहर से आया… Read More »सरला जैन की रचनाएँ

सरमद सहबाई की रचनाएँ

कौन है किस ने पुकारा है सदा कैसे हुई कौन है किस ने पुकारा है सदा कैसे हुई ये किरन तारीकी-ए-शब से रिहा कैसे हुई… Read More »सरमद सहबाई की रचनाएँ

सरफ़राज़ शाहिद की रचनाएँ

मुनाफ़ा मुश्तरक है और ख़सारे एक जैसे हैं मुनाफ़ा मुश्तरक है और ख़सारे एक जैसे हैं कि हम दोनों की क़िस्मत के सितारे एक जैसे… Read More »सरफ़राज़ शाहिद की रचनाएँ

सरफ़राज़ दानिश की रचनाएँ

आरज़ूओं की रूतें बदले ज़माने हो गए  आरज़ूओं की रूतें बदले ज़माने हो गए ज़िंदगी के साथ सब रिश्ते पुराने हो गए आबला-पाई ने ऐसी… Read More »सरफ़राज़ दानिश की रचनाएँ

सरफ़राज़ ज़ाहिद की रचनाएँ

ऐसी वैसी पे क़नाअत नहीं कर सकते हम  ऐसी वैसी पे क़नाअत नहीं कर सकते हम दान ये फ़क्ऱ की दौलत नहीं कर सकते हम… Read More »सरफ़राज़ ज़ाहिद की रचनाएँ

सरदार अंजुम की रचनाएँ

हैदराबाद धमाकों पर 1). अपाहिज बनके जीने की अदा अच्छी नहीं लगती जो सूली तक न ले जाए सजा अच्छी नहीं लगती 2). ये धमाके… Read More »सरदार अंजुम की रचनाएँ

सय्यद बशीर हुसैन बशीर की रचनाएँ

दिल दुखा था मिरा ऐसा कि दिखाया न गया दिल दुखा था मिरा ऐसा कि दिखाया न गया दर्द इतना था कि ख़ुद उन से… Read More »सय्यद बशीर हुसैन बशीर की रचनाएँ

सय्यद फहीमुद्दीन की रचनाएँ

बक रहा हूँ आज कल हिज़यान बाक़ी ख़ैर है  बक रहा हूँ आज कल हिज़यान बाक़ी ख़ैर है और लाहक़ है ज़रा निस्यान बाक़ी ख़ैर… Read More »सय्यद फहीमुद्दीन की रचनाएँ