आशा कुमार रस्तोगी की रचनाएँ
बासन्ती मनुहार तुम राधा का अमर प्रेम, हो कान्हा कि मनुहार तुम्हीँ, तुम्हीँ व्योम की अभिलाषा, हो धरती का श्रंगार तुम्हीँ। तुम्हीँ चपल चँचल चितवन,… Read More »आशा कुमार रस्तोगी की रचनाएँ
बासन्ती मनुहार तुम राधा का अमर प्रेम, हो कान्हा कि मनुहार तुम्हीँ, तुम्हीँ व्योम की अभिलाषा, हो धरती का श्रंगार तुम्हीँ। तुम्हीँ चपल चँचल चितवन,… Read More »आशा कुमार रस्तोगी की रचनाएँ