किश्वर नाहिद की रचनाएँ
हौसला शर्ते वफ़ा क्या करना हौसला शर्त-ए-वफ़ा क्या करना बंद मुट्ठी में हवा क्या करना जब न सुनता हो कोई बोलना क्या क़ब्र में शोर… Read More »किश्वर नाहिद की रचनाएँ
हौसला शर्ते वफ़ा क्या करना हौसला शर्त-ए-वफ़ा क्या करना बंद मुट्ठी में हवा क्या करना जब न सुनता हो कोई बोलना क्या क़ब्र में शोर… Read More »किश्वर नाहिद की रचनाएँ
दोहा / भाग 1 ‘ब्रज चन्द विनोद’ से सेवक गिरिजा नाथ का, मेरे मन यह आश। चींटी जैसे चाहती, उड़ जाऊँ आकाश।।1।। वैसे ही यह… Read More »किशोरचन्द्र कपूर ‘किशोर’ की रचनाएँ
आ अधरों पे तू ही तू है हर मौसम की तू खुशबू है। आ अधरों पे तू ही तू है। तुझ बिन निश-दिन गहन तमी… Read More »शैलेन्द्र सिंह दूहन की रचनाएँ
चंदा मामा, घर आ जाओ चंदा मामा, चंदा मामा, मेरे घर आ जाओ मामा! चंदा मामा, चंदा मामा कहाँ तुम्हारा नया पजामा? ऊपर से मुसकाते… Read More »किशोरकुमार कौशल की रचनाएँ
अम्बिन तैं अम्बर तैं अम्बिन तैं अम्बर तैं, द्रुमनि दिगम्बर तैं अपर अडंबर तैं, सखि सरसो परै। कोकिल की कूकन तैं, हियन की कन तैं,… Read More »किशोर की रचनाएँ
एक नन्ही चिड़िया यह कैसा है महावृत्त जो है अपरिमित जिसमें व्यास है न त्रिज्या उसे छूना जितना चाहूँ उसकी परिधि भी लगती है तब… Read More »किशोर कुमार खोरेन्द्र की रचनाएँ
तुम्हे लगता है तुम्हे लगता है बड़े सवेरे चिड़िया गीत गाकर शायद खुश हो रही है तुम्हे क्या पता वह इस बहाने अपना कोई दुखड़ा… Read More »किशोर काबरा की रचनाएँ
पलक झपकता गया कठीने ? औस तणा नैनाकिया मोती, पसरयोडा हा इतरी ताळ! पलक झपकाता गया कठीने, करूँ औस री ढूंढा-भाळ? आभै तणी कूख सूं… Read More »किशोर कल्पनाकांत की रचनाएँ
कि जैसे हो महाराजे ई ससुरी रोटी-दाल तेल तरकारी चीनी चावल, रोज़ी निकली खोटी भक्ति के आगे दुम दबा कर विकास है भागे भई वाह !… Read More »शैलेन्द्र शान्त की रचनाएँ
सावन के झूले यादों में शेष रहे सावन के झूले गाँव-गाँव फैल गई शहरों की धूल छुईमुई पुरवा पर हँसते बबूल रह-रहके सूरज तरेरता है… Read More »शैलेन्द्र शर्मा की रचनाएँ