Skip to content

विकास की रचनाएँ

हालात के लिहाज से ऊँचाइयाँ मिलीं हालात के लिहाज से ऊँचाइयाँ मिलीं लेकिन खुली किताब तो रुसवाइयाँ मिलीं ज़िन्दा नहीं रहा कोई लाशों की भीड़… Read More »विकास की रचनाएँ

क्रांति की रचनाएँ

पता नहीं क्या था मेरा, तुम्हारे पास आना तीर-बिंधे हंस का सिद्धार्थ के पास आना था; तुम्हारा मुझे देवव्रतों को सौंप देना पता नहीं क्या… Read More »क्रांति की रचनाएँ

कौशलेन्द्र शर्मा ‘अभिलाष’ की रचनाएँ

कैसी होगी मेरी पहली रचना रोज सुनूँ मैं अच्छी अच्छी बातें, मिलती थी नवचिंतन की सौगातें। मधुर मिलन की या पखेरु सा होना, कैसी होगी… Read More »कौशलेन्द्र शर्मा ‘अभिलाष’ की रचनाएँ

कौशल्या गुप्ता की रचनाएँ

वह छुअन अनेकों ही छवि-चित्र लय और गीत, कथा-कहानी, समायी हैं चहुँ ओर। जतन जुटाते हैं लाखों पकड़ने को अपनी-अपनी विध से। पकड़ में तो… Read More »कौशल्या गुप्ता की रचनाएँ

कौशल किशोर की रचनाएँ

नई शुरुआत यह कविता मई 1974 की रेल हड़ताल के दौरान लिखी गई थी दादी सुना नहीं तुमने बाबूजी हड़ताल पर हैं कन्धे पर यूनियन… Read More »कौशल किशोर की रचनाएँ

‘क़ैसर’-उल जाफ़री की रचनाएँ

बरसों के रत-जगों की थकन खा गई मुझे बरसों के रत-जगों की थकन खा गई मुझे सूरज निकल रहा था के नींद आ गई मुझे… Read More »‘क़ैसर’-उल जाफ़री की रचनाएँ

‘क़ैसर’ निज़ामी की रचनाएँ

आतिश-ए-सोज़-ए-मोहब्बत को बुझा सकता हूँ मैं  आतिश-ए-सोज़-ए-मोहब्बत को बुझा सकता हूँ मैं दीदा-ए-पुर-नम से इक दरिया बहा सकता हूँ मैं हुस्न-ए-बे-परवा तेरा बस इक इशारा… Read More »‘क़ैसर’ निज़ामी की रचनाएँ

कैलाश वाजपेयी की रचनाएँ

ऐसा कुछ भी नहीं  ऐसा कुछ भी नहीं जिंदगी में कि हर जानेवाली अर्थी पर रोया जाए | काँटों बीच उगी डाली पर कल जागी… Read More »कैलाश वाजपेयी की रचनाएँ

कुलदीप कुमार की रचनाएँ

वह चेहरा  आज फिर दिखीं वे आँखें किसी और माथे के नीचे वैसी ही गहरी काली उदास फिर कहीं दिखे वे सांवले होंठ अपनी ख़ामोशी… Read More »कुलदीप कुमार की रचनाएँ

कैलाश मनहर की रचनाएँ

गुलाब गुलाब को नहीं जानते आप और वह भी आपको नहीं जानता और सच्चाई तो यह है कि मैं भी पूरी तरह नहीं जानता गुलाब… Read More »कैलाश मनहर की रचनाएँ