ताजवर नजीबाबादी की रचनाएँ
मोहब्बत में ज़बाँ को मैं नवा-संज-ए-फ़ुग़ाँ कर लूँ मोहब्बत में ज़बाँ को मैं नवा-संज-ए-फ़ुग़ाँ कर लूँ शिकस्ता दिल की आहों को हरीफ़-ए-ना-तवाँ कर लूँ न… Read More »ताजवर नजीबाबादी की रचनाएँ
मोहब्बत में ज़बाँ को मैं नवा-संज-ए-फ़ुग़ाँ कर लूँ मोहब्बत में ज़बाँ को मैं नवा-संज-ए-फ़ुग़ाँ कर लूँ शिकस्ता दिल की आहों को हरीफ़-ए-ना-तवाँ कर लूँ न… Read More »ताजवर नजीबाबादी की रचनाएँ
सुनो दिल जानी मेरे दिल की कहानी तुम सुनो दिल जानी मेरे दिल की कहानी तुम, दस्त ही बिकानी बदनामी भी सहूँगी मैं। देव पूजा… Read More »ताज की रचनाएँ
दाग़-ए-दिल अपना जब दिखाता हूँ दाग़-ए-दिल अपना जब दिखाता हूँ रश्क से शम्मा को जलाता हूँ वो मेरा शोख़ है निपट चंचल भाग जाता है… Read More »‘ताबाँ’ अब्दुल हई की रचनाएँ
अजीब ख़्वाब था उस के बदन में काई थी अजीब ख़्वाब था उस के बदन में काई थी वो इक परी जो मुझे सब्ज़ करने… Read More »तहज़ीब हाफ़ी की रचनाएँ
गरज बरस के कभी मिट्टीयों को पानी कर गरज बरस के कभी मिट्टीयों को पानी कर नफ़स नफ़स मिरे एहसास में रवानी कर ये बस… Read More »तसनीफ़ हैदर की रचनाएँ
टूटे सितारे चाँद में बैठी हुयी बुढ़िया का चरखा चल रहा है, धागा धागा रौशनी, जिन रास्तों से, आस्मां को जा रही हिं , यह… Read More »तलअत इरफ़ानी की रचनाएँ
क्षितिज की रेखा (1) इस जगह से जो क्षितिज दिखता है, वह सीधी रेखा वाला क्षितिज नहीं है, उस क्षितिज की रेखा ऊंची-नीची हो गई… Read More »तरुण भटनागर की रचनाएँ
तन्हाई के फ़न में कामयाब अपनी अज़ली आरज़ू के मुताबिक़ मैं बिल्कुल आज़ाद हो चुकी हूँ हर ख़्वाहिश से लालच से ख़ौफ़ से ग़म से… Read More »तनवीर अंजुम की रचनाएँ
केहू कइसे बिचारे कटी जिन्दगी केहू कइसे बिचारे कटी जिन्दगी, का गजल के सहारे कटी जिन्दगी। जिन्दगी, जिन्दगी, जिन्दगी, जिन्दगी, रटते-रटते उधारे, कटी जिन्दगी। भीख… Read More »तंग इनायतपुरी की रचनाएँ
भीड़ या मॉब लिंचिंग हत्यारों ने ढूंढ लिया है हत्या का नया तरीका जिसमें साँप भी मरता है और लाठी भी नहीं टूटती वे साजिशों… Read More »ज्योति रीता की रचनाएँ