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अभिज्ञात की रचनाएँ

प्रीत नैना चोरा के राखल बा (ग़ज़ल)  सगरो ऐना चोरा के राखल बा। सच के गहना चोरा के राखल बा। ऊ कसम खाके झूठ बोलै… Read More »अभिज्ञात की रचनाएँ

अभय मौर्य की रचनाएँ

किसान तब मैं उम्र में बहुत छोटा था, ढोर चराता और घास ढोता था । मैंने देखा था मेरे बाब्बू हल जोतकर, बैठे थे हुक्का… Read More »अभय मौर्य की रचनाएँ

अब्दुल्लाह ‘जावेद’ की रचनाएँ

अश्क ढलते नहीं देखे जाते  अश्क ढलते नहीं देखे जाते दिल पिघलते नहीं देखे जाते फूल दुश्मन के हों या अपने हों फूल जलते नहीं… Read More »अब्दुल्लाह ‘जावेद’ की रचनाएँ

अब्दुल हमीद की रचनाएँ

अजीब शय है के सूरत बदलती जाती है अजीब शय है के सूरत बदलती जाती है ये शाम जैसे मक़ाबिर में ढलती जाती है चहार… Read More »अब्दुल हमीद की रचनाएँ

अब्दुल हमीद ‘अदम’ की रचनाएँ

आगही में इक ख़ला मौजूद है आगही में इक ख़ला मौजूद है इस का मतलब है ख़ुदा मौजूद है है यक़ीनन कुछ मगर वाज़ेह नहीं… Read More »अब्दुल हमीद ‘अदम’ की रचनाएँ

अब्दुल रहमान सागरी की रचनाएँ

जागो और जगाओ  जागो और जगाओ! बीत चुकीं आलस की घड़ियाँ, जाग उठीं अब सारी चिड़ियाँ! जागे फूल खिली अब कलियाँ! तुम भी जागो आओ,… Read More »अब्दुल रहमान सागरी की रचनाएँ

अब्दुल मलिक खान की रचनाएँ

दिन प्यारे गुड़धानी के तान तड़ातड़-तान तड़ातड़ पानी पड़ता पड़-पड़-पड़! तरपट-तरपट टीन बोलते, सूखे पत्ते खड़-खड़-खड़। ठुम्मक-ठुम्मक झरना ठुमका, इठलाती जलधार चली। खेतों में हरियाली… Read More »अब्दुल मलिक खान की रचनाएँ

अब्दुल ग़फ़ूर ‘शहबाज़’ की रचनाएँ

अंजाम ख़ुशी का दुनिया में सच कहते  अंजाम ख़ुशी का दुनिया में सच कहते हो ग़म होता है साबित है गुल और शबनम से जो… Read More »अब्दुल ग़फ़ूर ‘शहबाज़’ की रचनाएँ

अब्दुल ग़फ़ुर ‘नस्साख़’ की रचनाएँ

नक़्श-ए-दिल है सितम जुदाई का नक़्श-ए-दिल है सितम जुदाई का शौक़ फिर किस को आशनाई का चखते हैं अब मज़ा जुदाई का ये नतीजा है… Read More »अब्दुल ग़फ़ुर ‘नस्साख़’ की रचनाएँ

अब्दुल अहद ‘साज़’ की रचनाएँ

अज़दवाजी ज़िन्दगी भी और तिजारत भी अदब भी  अज़दवाजी ज़िन्दगी भी और तिजारत भी अदब भी कितना कार-आमद है सब कुछ और कैसा बे-सबब भी… Read More »अब्दुल अहद ‘साज़’ की रचनाएँ