श्रीधर पाठक की रचनाएँ
कुक्कुटी कुक्कुट इस पक्षी का नाम, जिसके माथे मुकुट ललाम। निकट कुक्कुटी इसकी नार, जिस पर इसका प्रेम अपार। इनका था कुटुम परिवार, किंतु कुक्कुटी… Read More »श्रीधर पाठक की रचनाएँ
कुक्कुटी कुक्कुट इस पक्षी का नाम, जिसके माथे मुकुट ललाम। निकट कुक्कुटी इसकी नार, जिस पर इसका प्रेम अपार। इनका था कुटुम परिवार, किंतु कुक्कुटी… Read More »श्रीधर पाठक की रचनाएँ
कमरे की दीवारों पर आवेज़ां जो तस्वीरें हें कमरे की दीवारों पर आवेज़ां जो तस्वीरें हेंअहद-ए-गुज़िश्ता के ख़्वाबों की बिखरी हुई ताबीरें हैं उनके ख़त… Read More »शम्स फ़र्रुख़ाबादी की रचनाएँ
नवगीत – 1 क्या हुए वे रेत पर उभरे नदी के पांव जिन्हें लेकर लहर आई थी हमारे गाँव आइना वह कहाँ जिसमें हम संवारे… Read More »श्रीकृष्ण तिवारी की रचनाएँ
वे ही तय करते हैं अब वे ही तय करते हैं हमारी खातिर हमारे न चाहते हुए भी तय करते हैं कि कितनी हो हमारी… Read More »श्रीधर करुणानिधि की रचनाएँ
दृग लाल बिसाल उनीँदे कछू गरबीले लजीले सुपेखहिँगे ग लाल बिसाल उनीँदे कछू गरबीले लजीले सुपेखहिँगे । कब धौँ सुथरी बिखरी अलकैँ झपकी पलकैँ अवरेखहिँगे… Read More »शम्भु की रचनाएँ
खुली खिड़की तुम्हारी खुली खिड़की से देश लुट जाए तुम्हें आनन्द है तुम्हारी खुली खिड़की से किसी का घर प्रकाशित हो तुम्हें क्यों एतराज है ?… Read More »शम्भु बादल की रचनाएँ
बाल कविताएँ गीत एक गीत मेरा भी गा दो एक गीत मेरा भी गा दो। स्वर की गलियों के बंजारे मेरे छंद करो उजियारे किरन-किरन… Read More »श्रीकान्त जोशी की रचनाएँ
किस से पूछें कौन बताए किसी ने महशर देखा है किस से पूछें कौन बताए किसी ने महशर देखा है चुप चुप है आईना जिस… Read More »शमीम तारिक़ की रचनाएँ
दुनिया-ए-मोहब्बत में हम से हर अपना पराया छूट गया दुनिया-ए-मोहब्बत में हम से हर अपना पराया छूट गया अब क्या है जिस पर नाज़ करें… Read More »शमीम जयपुरी की रचनाएँ
अगरचे इश्क़ में इक बे-ख़ुदी सी रहती है अगरचे इश्क़ में इक बे-ख़ुदी सी रहती हैमगर वो नींद भी जागी हुई सी रहती है वही… Read More »‘शमीम’ करहानी की रचनाएँ