‘अना’ क़ासमी की रचनाएँ
बाजुओ पर दिये परवाजे़ अना दी है मुझे बाजुओं-पर दिये परवाजे़ ‘अना दी है मुझे फिर ख़लाओं में नयी राह दिखा दी है मुझ अपनी… Read More »‘अना’ क़ासमी की रचनाएँ
बाजुओ पर दिये परवाजे़ अना दी है मुझे बाजुओं-पर दिये परवाजे़ ‘अना दी है मुझे फिर ख़लाओं में नयी राह दिखा दी है मुझ अपनी… Read More »‘अना’ क़ासमी की रचनाएँ
कोई पार नदी के गाता कोई पार नदी के गाता! भंग निशा की नीरवता कर,इस देहाती गाने का स्वर,ककड़ी के खेतों से उठकर,आता जमुना… Read More »हरिवंशराय बच्चन की रचनाएँ
धरती कितनी बड़ी किताब जीवन के आने जाने का, इस दुनिया के बन जाने का, इसमें लिक्खा सभी हिसाब- धरती कितनी बड़ी किताब! खोल-खोल कर… Read More »अनवारे इस्लाम की रचनाएँ
दुआ अक़्ल वालों को अक़्ल दे मौला इल्म वालों को इल्म दे मौला धर्म वालों को धर्म दे मौला और थोड़ी सी शर्म दे मौला!… Read More »अनवर सुहैल की रचनाएँ
हर साँस में ख़ुद अपने न होने हर साँस में ख़ुद अपने न होने का गुमाँ था वो सामने आए तो मुझे होश कहाँ था… Read More »‘अनवर’ साबरी की रचनाएँ
बे-सबब हो के बे-क़रार आया बे-सबब हो के बे-क़रार आया मेरे पीछे मिरा ग़ुबार आया चंद यादों का शोर था मुझ में मैं उसे क़ब्र… Read More »हम्माद नियाज़ी की रचनाएँ
गो कठिन है तय करना उम्र का सफ़र गो कठिन है तय करना उम्र का सफ़र तनहा लौट कर न देखूँगा चल पड़ा अगर तनहा… Read More »अनवर शऊर की रचनाएँ
हांडी में पड़े सपने मेरा प्रेम लौटता है वापस मुझ तक जैसे लौटती हैं गाये हर रोज़ देहात के अपने घर मुँह बिसूरे हांडी में… Read More »हरप्रीत कौर की रचनाएँ
इस वास्ते दामन चाक किया शायद ये जुनूँ काम आ जाए इस वास्ते दामन चाक किया शायद ये जुनूँ काम आ जाए दीवाना समझ कर… Read More »अनवर मिर्जापुरी की रचनाएँ
अाज की रात ज़रा प्यार से बातें कर ले अाज की रात ज़रा प्यार से बातें कर ले कल तेरा शहर मुझेे छोड़ के जाना… Read More »अनवर फ़र्रूख़ाबादी की रचनाएँ