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Hindi

उपेन्द्र कुमार की रचनाएँ

ये जो दर्द है अपने सीने में, ये नया भी है, ये अजीब भी  ये जो दर्द है अपने सीने में, ये नया भी है,… Read More »उपेन्द्र कुमार की रचनाएँ

उपासना झा की रचनाएँ

बनारस क्या शहर है बस  1. उगते सूर्य को अर्घ्य देकर ही विदा होती है अरुंधति कालभैरव की आरती करती है अनवरत जलती चिताएं उसी… Read More »उपासना झा की रचनाएँ

बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमघन’ की रचनाएँ

दुर्दशा दत्तापुर श्रीपति कृपा प्रभाव, सुखी बहु दिवस निरन्तर। निरत बिबिध व्यापार, होय गुरु काजनि तत्पर॥१॥ बहु नगरनि धन, जन कृत्रिम सोभा परिपूरित। बहु ग्रामनि… Read More »बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमघन’ की रचनाएँ

उद्‌भ्रान्त की रचनाएँ

बहुत दिनों बाद बहुत दिनों बाद एक गीत लिखा है लेकिन यह गीत नहीं पिछले गीतों जैसा इसमें रोमांटिकता नहीं है सच ! इसमें भावुकता नहीं… Read More »उद्‌भ्रान्त की रचनाएँ

उदयशंकर भट्ट की रचनाएँ

मैं चलता ‘मैं चलता मेरे साथ नया सावन चलता है, मैं चलता मेरे साथ नया जीवन चलता है। उत्थान पतन-कंदुक पर मैं गिरता और उछलता,… Read More »उदयशंकर भट्ट की रचनाएँ

शिवकुमार ‘बिलगरामी’ की रचनाएँ

कौन चितेरा चँचल मन से  कौन चितेरा चँचल मन से अन्तर मन में झाँक रहा है । कौन हमारे मन की ताक़त अपने मन से… Read More »शिवकुमार ‘बिलगरामी’ की रचनाएँ

शिव ओम अम्बर की रचनाएँ

दीमकों के नाम हैं वंसीवटों की डालियाँ दीमकों के नाम हैं वंसीवटों की डालियाँ, नागफनियों की क़नीजें हैं यहाँ शेफालियाँ। छोड़कर सर के दुपट्टे को… Read More »शिव ओम अम्बर की रचनाएँ

शिव मृदुल की रचनाएँ

पतंगों का मौसम  मौसम आज पतंगों का है नभ में राज पतंगों का है, इंद्रधनुष के रंगों का है मौसम नई उमंगों का है। किनले… Read More »शिव मृदुल की रचनाएँ

शिवम खेरवार की रचनाएँ

हम दोनों की पीर एक है हम दोनों की पीर एक है, निचले तबके वाली। हाथ पसारो तो यह दुनिया, एक रुपइया देती। एक रुपइया… Read More »शिवम खेरवार की रचनाएँ