यूसुफ ज़फर की रचनाएँ
ऐ बे-ख़बरी जी का ये क्या हाल है काल से ऐ बे-ख़बरी जी का ये क्या हाल है काल से रोने में मज़ा है न… Read More »यूसुफ ज़फर की रचनाएँ
ऐ बे-ख़बरी जी का ये क्या हाल है काल से ऐ बे-ख़बरी जी का ये क्या हाल है काल से रोने में मज़ा है न… Read More »यूसुफ ज़फर की रचनाएँ
चाय प्रेम से सीझा एक प्रेम गीत अच्छी चाय कहीं फ़ुर्सत से चलकर पीते हैं चीविंगम चुभलाते मुँह का टेढ़ा-मेढ़ा होना दो पल हमको भी… Read More »यश मालवीय की रचनाएँ
यादराम ‘रसेंद्र’ मम्मी से यों रोकर बोली- मेरी जीजी नंदा- जाऊँगी स्कूल तभी, जब दिखला दोगी चंदा! मम्मी बोली-चुप रह बिटिया कहना मेरा मान, पापा… Read More »यादराम ‘रसेंद्र’ की रचनाएँ
हम अपनी पुश्त पर खुली बहार ले के चल दिए हम अपनी पुश्त पर खुली बहार ले के चल दिए सफ़र में थे सफर का… Read More »याक़ूब यावर की रचनाएँ
आतिश-ए-ग़म में भभूका दीदा-ए-नमनाक था आतिश-ए-ग़म में भभूका दीदा-ए-नमनाक था आँसुओं में जो ज़बाँ पर हर्फ़ था बेबाक था चैन ही कब लेने देता था… Read More »याक़ूब आमिर की रचनाएँ
श्री गुरु पद नख वन्दना सोभित सलौने सुभ्र सरस सुधा सों सने, सील सिंधु रूप लसें जिन सम चन्द ना। कैधों रवि प्रभा पुंज कुंज… Read More »यमुना प्रसाद चतुर्वेदी ‘प्रीतम’ की रचनाएँ
अनिसुर रहमान (बीएसएफ़ का जवान जिसने भारत और बांगला देश की सीमा पर पशु तस्करी को रोकने के लिए बम के गोले खाए और उसके… Read More »यतीश कुमार की रचनाएँ
बातें करो मत वंचना है कल नए दिनमान की बातें करो मत! महक रिश्तों में कहाँ है काग़ज़ी हैं फूल सारे एक माया जाल में… Read More »यतींद्रनाथ राही की रचनाएँ
बाज़ार में खड़े होकर कभी बाज़ार में खड़े होकर बाज़ार के खिलाफ़ देखो उन चीज़ों के खिलाफ़ जिन्हें पाने के लिए आये हो इस तरफ़… Read More »यतीन्द्र मिश्र की रचनाएँ
माँ तुझे में गुनगुनाना चाहता हूँ फिर वही किस्सा सुनाना चाहता हूँ माँ तुझे मैं गुन-गुनाना चाहता हूँ कल सिरहाने जो तुम्हारा हाथ था उसको… Read More »सुरजीत मान जलईया सिंह की रचनाएँ