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Hindi

साक़िब लखनवी की रचनाएँ

ज़मानेवालों को पहचानने दिया न कभी ज़मानेवालों को पहचानने दिया न कभी। बदल-बदल के लिबास अपने इनक़लाब आया॥ सिवाय यास न कुछ गुम्बदे-फ़लक से मिला।… Read More »साक़िब लखनवी की रचनाएँ

साइल देहलवी की रचनाएँ

अमानत मोहतसिब के घर शराब-ए-अर्ग़वाँ रख दी अमानत मोहतसिब के घर शराब-ए-अर्ग़वाँ रख दी तो ये समझो कि बुनियाद-ए-ख़राबात-ए-मुग़ाँ रख दी कहूँ क्या पेश-ए-ज़ाहिद क्यूँ… Read More »साइल देहलवी की रचनाएँ

सांवर दइया की रचनाएँ

काल थे खुद  आ गूंग थांरी फोड़ा घालसी कदैई थांनै ई मिनख नै मार-मार मोदीजो भलांई मन में पण काल थे खुद सोध-सोध हार जावोला… Read More »सांवर दइया की रचनाएँ

‘सहर’ इश्क़ाबादी की रचनाएँ

दावर ने बंदे बंदों ने दावर बना दिया  दावर ने बंदे बंदों ने दावर बना दिया सागर ने क़तरे क़तरों ने सागर बिना दिया बे-ताबियों… Read More »‘सहर’ इश्क़ाबादी की रचनाएँ

सहर अंसारी की रचनाएँ

मन के मंदिर में है उदासी क्यूँ मन के मंदिर में है उदासी क्यूँ नहीं आई वो देवदासी क्यूँ अब्र बरसा बरस के खुल भी… Read More »सहर अंसारी की रचनाएँ

सहबा अख़्तर की रचनाएँ

असनाम-ए-माल-ओ-ज़र की परस्तिश सिखा गई असनाम-ए-माल-ओ-ज़र की परस्तिश सिखा गई दुनिया मुझे भी आबिद-ए-दुनिया बना गई वो संग-ए-दिल मज़ार-ए-वफ़ा पर ब-नाम-ए-इश्क़ आई तो मेरे नाम… Read More »सहबा अख़्तर की रचनाएँ

सहजोबाई की रचनाएँ

सखी री आज जनमे लीला-धारी सखी री आज जनमे लीला-धारी।तिमिर भजैगो भक्ति खिड़ैगी, पारायन नर नारी॥दरसन करतै आनँद उपजै, नाम लिये अघ नासै।चरचा में सन्देह… Read More »सहजोबाई की रचनाएँ

सविता सिंह की रचनाएँ

दर्पण-सी हँसी  एक हँसी दर्पण-सी अपने होठों पर रख ली थी उसने जिसमें देवताओं ने देखे अपने दुख जिसमें कितने ही तारे उतरे देखने अपने… Read More »सविता सिंह की रचनाएँ

सवाईसिंह शेखावत की रचनाएँ

पुनर्वास पुनर्वास एक जायज कार्रवाई है बशर्ते वह दूसरों की जमीन न हड़पती हो घर बसाने की कला हमें दूब से सीखनी चाहिए स्थानिकता की… Read More »सवाईसिंह शेखावत की रचनाएँ

सलीम रज़ा रीवा की रचनाएँ

हँस दे तो खिले कलियाँ गुलशन में बहार आए हँस दे तो खिले कलियाँ गुलशन में बहार आए वो ज़ुल्फ़ जो लहराएँ मौसम में निखार… Read More »सलीम रज़ा रीवा की रचनाएँ