संगीता मनराल की रचनाएँ
सपने जिन चीटियों को पैरों तले दबा दिया था मैंने कभी अनजाने में वो अक्सर मुझे मेरे सपनों मे आकर काटतीं हैं उनके डंक पूरे… Read More »संगीता मनराल की रचनाएँ
सपने जिन चीटियों को पैरों तले दबा दिया था मैंने कभी अनजाने में वो अक्सर मुझे मेरे सपनों मे आकर काटतीं हैं उनके डंक पूरे… Read More »संगीता मनराल की रचनाएँ
लांघना मुश्किल है लांघना मुश्किल हैहमारे बीच पसरेसन्नाटे कोपर असंभव भी तो नहींकभी पुकार कर देखनाया फिरअपने मौन में हीसुन सकोतो सुननामेरी धड़कन जानती हूँतुम्हारी… Read More »संगीता गुप्ता की रचनाएँ
चित्रकार जब मैं एक वर्तुल बनाता हूँ तो उसकी कोई ठोस दीवारें नहीं होतीं सब कुछ वायवीय होता है जिसके भीतर तरल उमड़ रहे होते… Read More »अशोक कुमार की रचनाएँ
हाइकु देश के हालात को बयां करते हाइकु (1) दहला देश धमाकों की बिसात पुराने हाथ (2) बिकाऊ निष्ठा कोई न पाया भाँप आस्तीनी साँप… Read More »अशोक कुमार शुक्ला की रचनाएँ
तुम्हारी दुनिया में इस तरह सिंदूर बनकर तुम्हारे सिर पर सवार नहीं होना चाहता हूँ न डस लेना चाहता हूँ तुम्हारे क़दमों की उड़ान को… Read More »अशोक कुमार पाण्डेय की रचनाएँ
दोस्तों की दोस्ती और घात से गुज़रे दोस्तों की दोस्ती और घात से गुज़रे ज़िन्दगी के खुरदरे हालात से गुज़रे ख्वाब की कलियां सजाए आशियाने… Read More »अशोक आलोक की रचनाएँ
आँसू पीड़ा का अनुवाद हैं आँसू एक मौन संवाद हैं आँसू दर्द, दर्द बस दर्द ही नहीं कभी-कभी आह्लाद हैं आँसू जबसे प्रेम धरा पर… Read More »अशोक अंजुम की रचनाएँ
अजनबियत थी मगर ख़ामोश इस्तिफ़्सार पर अजनबियत थी मगर ख़ामोश इस्तिफ़्सार पर नाम उस के इक अलामत में लिखा दीवार पर राएगाँ जाती हुई उम्र-ए-रवाँ… Read More »अशहर हाशमी की रचनाएँ
आलम में अगर इश्क़ का बाज़ार आलम में अगर इश्क़ का बाज़ार न होता कोई किसी बंदे का ख़रीदार न होता हस्ती की ख़राबी नज़र… Read More »अशरफ़ अली ‘फ़ुगां’ की रचनाएँ
आह्वान कस ली है कमर अब तो, कुछ करके दिखाएंगे, आज़ाद ही हो लेंगे, या सर ही कटा देंगे। हटने के नहीं पीछे, डरकर कभी… Read More »अशफ़ाक़उल्ला ख़ां की रचनाएँ