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सिराज अजमली की रचनाएँ

ब-ज़ाहिर जो नज़र आते हो तुम मसरूर ऐसा कैसे करते हो ब-ज़ाहिर जो नज़र आते हो तुम मसरूर ऐसा कैसे करते हो बताना तो सही… Read More »सिराज अजमली की रचनाएँ

सियारामशरण गुप्त की रचनाएँ

मैं तो वही खिलौना लूंगा मैं तो वही खिलौना लूंगा मचल गया दीना का लाल खेल रहा था जिसको लेकर राजकुमार उछाल-उछाल। व्यथित हो उठी… Read More »सियारामशरण गुप्त की रचनाएँ

सिद्धेश्वर सिंह की रचनाएँ

कौसानी में घर की याद कैसे-कैसे करिश्माई कारनामे कर जाता है एक अकेला सूर्य…. किरणों ने कुरेद दिए हैं शिखर बर्फ़ के बीच से बिखर… Read More »सिद्धेश्वर सिंह की रचनाएँ

सिदरा सहर इमरान की रचनाएँ

आसमाँ एक किनारे से उठा सकती हूँ आसमाँ एक किनारे से उठा सकती हूँ यानी तक़दीर सितारे से उठा सकती हूँ अपने पाँव पे खड़ी… Read More »सिदरा सहर इमरान की रचनाएँ

सिकंदर अली ‘वज्द की रचनाएँ

बयाबानों पे ज़िंदानों पे वीरानों पे क्या गुज़री बयाबानों पे ज़िंदानों पे वीरानों पे क्या गुज़री जहान-ए-होश में आए तो दीवानों पे क्या गुज़री दिखाऊँ… Read More »सिकंदर अली ‘वज्द की रचनाएँ

साहिल अहमद की रचनाएँ

आँख से आँसू टपका होगा आँख से आँसू टपका होगा सुब्ह का तारा टूटा होगा फैल गई है नूर की चादर रूख़ से आँचल सरका… Read More »साहिल अहमद की रचनाएँ

सावित्री परमार की रचनाएँ

बरगद बाबा बरगद बाबा कितने अच्छे करते प्यार इन्हें सब बच्चे। चाहे कितनी धूप पड़े चाहे जितनी शीत पड़े, हँसते रहते हरदम चाहे आँधी आए,… Read More »सावित्री परमार की रचनाएँ

सारा शगुफ़्ता की रचनाएँ

आतिश-दान आतिश-दानों से अपने दहकते हुए सीने निकाल लो वर्ना आख़िर दिन आग और लकड़ी ओ अशरफ़-उल-मख़्लूक़ बना दिया जाएगा ऐ मेरे सर-सब्ज़ ख़ुदा बैन… Read More »सारा शगुफ़्ता की रचनाएँ