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सारा शगुफ़्ता

सारा शगुफ़्ता की रचनाएँ

आतिश-दान आतिश-दानों से अपने दहकते हुए सीने निकाल लो वर्ना आख़िर दिन आग और लकड़ी ओ अशरफ़-उल-मख़्लूक़ बना दिया जाएगा ऐ मेरे सर-सब्ज़ ख़ुदा बैन… Read More »सारा शगुफ़्ता की रचनाएँ