Skip to content

क़ाबिल’ अजमेरी

‘क़ाबिल’ अजमेरी की रचनाएँ

तुम्हें जो मेरे गम-ए-दिल से आगाही हो जाए तुम्हें जो मेरे गम-ए-दिल से आगाही हो जाए जिगर में फूल खिलें आँख शबनमी हो जा अजला… Read More »‘क़ाबिल’ अजमेरी की रचनाएँ