कामी शाह की रचनाएँ
अगर कार-ए-मोहब्बत में मोहब्बत रास आ जाती अगर कार-ए-मोहब्बत में मोहब्बत रास आ जाती तुम्हारा हिज्र अच्छा था जो वसलत रास आ जाती गला फाड़ा… Read More »कामी शाह की रचनाएँ
अगर कार-ए-मोहब्बत में मोहब्बत रास आ जाती अगर कार-ए-मोहब्बत में मोहब्बत रास आ जाती तुम्हारा हिज्र अच्छा था जो वसलत रास आ जाती गला फाड़ा… Read More »कामी शाह की रचनाएँ