Skip to content

ख़ालिद महमूद

ख़ालिद महमूद की रचनाएँ

आँखों में धूप दिल में हरारत लहू की थी आँखों में धूप दिल में हरारत लहू की थी आतिश जवान था तो क़यामत लहू की… Read More »ख़ालिद महमूद की रचनाएँ