शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ
समझ मन अवसर बित्यो जाय समझ मन अवसर बित्यो जाय | मानव तन सो अवसर फिर-फिर, मिलसी कहाँ बताय || हरी गुण गाले प्रभु को… Read More »शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ
समझ मन अवसर बित्यो जाय समझ मन अवसर बित्यो जाय | मानव तन सो अवसर फिर-फिर, मिलसी कहाँ बताय || हरी गुण गाले प्रभु को… Read More »शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ
न भूल सके इतने मो मन माहीं बसे मन मोहन,और बसी मन राधिका रानी, नन्द यशोमती कौन बिसारत, गुवालन की छबि नाहीं भुलानी | बृज… Read More »शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ
कोऊ विधि मोहन का बन जाऊं कोउ विधि मोहन का बन जाऊँ । मोहन मेरा मैं मोहन का, प्रेम से गुण नित गाऊँ । प्रेम… Read More »शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ
कृष्ण सुदामा चरित्र बन्दहुँ राम जो पूरण ब्रह्म है, वे ही त्रिलोकी के ईश कहावें। श्रीगुरु! राह कृपामय हो, हम पे नज़रें गुण को नित… Read More »शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ
तिनका करने को जब कुछ नहीं तो कुतरते रहो उसे मुँह में ले कि भर जाए कुछ खालीपन । जब पंछी घोंसले में सहेज कर… Read More »शिवदयाल की रचनाएँ
आ गया जाड़ा खोलकर खिड़की किवाड़ा आ गया जाड़ा! दाँत पढ़ते हैं पहाड़ा आ गया जाड़ा! टोप कानों पर चढ़ा सीने कसा स्वेटर, अंग सारे… Read More »शिवचरण चौहानकी रचनाएँ
अभाव किसे खलेगा मेरा अभाव एक ऐसा पाठ हूँ मैं जिसे शब्द-स्फीत पाठ्यक्रम से हटा दिया गया मैं वह स्वतन्त्रता हूँ ग़ुलामी के दिनों में… Read More »शिवकुटी लाल वर्मा की रचनाएँ
कौन चितेरा चँचल मन से कौन चितेरा चँचल मन से अन्तर मन में झाँक रहा है । कौन हमारे मन की ताक़त अपने मन से… Read More »शिवकुमार ‘बिलगरामी’ की रचनाएँ
दीमकों के नाम हैं वंसीवटों की डालियाँ दीमकों के नाम हैं वंसीवटों की डालियाँ, नागफनियों की क़नीजें हैं यहाँ शेफालियाँ। छोड़कर सर के दुपट्टे को… Read More »शिव ओम अम्बर की रचनाएँ
कँटक ते अटकि अटकि सब आपुहीँ ते कँटक ते अटकि अटकि सब आपुहीँ ते , फटिगे बसन तिन्हैँ नीके कै बनाय ले । बेनी के… Read More »शिव की रचनाएँ