बेगम रज़िया हलीम जंग की रचनाएँ
आरजूएँ जाग उठीं बे-ताब है बज़्म-ए-ख़याल आरजूएँ जाग उठीं बे-ताब है बज़्म-ए-ख़याल क्या कहूँ मैं क्या दिगर-गूँ हो गया है दिल का हाल ऐ सनम… Read More »बेगम रज़िया हलीम जंग की रचनाएँ
आरजूएँ जाग उठीं बे-ताब है बज़्म-ए-ख़याल आरजूएँ जाग उठीं बे-ताब है बज़्म-ए-ख़याल क्या कहूँ मैं क्या दिगर-गूँ हो गया है दिल का हाल ऐ सनम… Read More »बेगम रज़िया हलीम जंग की रचनाएँ
आप हैं बे-गुनाह क्या कहना आप हैं बे-गुनाह क्या कहना क्या सफ़ाई है वाह क्या कहना उस से हाल-ए-तबाह क्या कहना जो कहे सुन के… Read More »‘बेख़ुद’ देहलवी की रचनाएँ
ये दुनिया तुझसे मिलने का वसीला काट जाती है ये दुनिया तुझसे मिलने का वसीला काट जाती है ये बिल्ली जाने कब से मेरा रस्ता… Read More »बेकल उत्साही की रचनाएँ
ऐसा क्यों होता है ऐसा क्यों होता है रात का बुना सपना खो जाता है दिन के उजाले में दिन की देह से टपकी पसीने… Read More »बृजेश नीरज की रचनाएँ
इस मौसम का सबसे इस मौसम का सबसे ठंडा दिन है आज, रात कटेगी कैसे चिन्ता यही लगी है, अगिहानों में आग नहीं, घाम भगी… Read More »बृजनारायण शर्मा की रचनाएँ
योगक्षेम सुनो साधुजन सूखी नदियाँ फिर लहरायें कुछ जतन करें बडा दु:ख है हम सबको भी पशुओं और परिन्दों को भी मंदिर दुखी मँजीरे दुख… Read More »बृजनाथ श्रीवास्तव की रचनाएँ
रामायण का एक सीन / बृज नारायण चकबस्त / भाग १ रुखसत हुआ वो बाप से ले कर खुदा का नाम राह-ए-वफ़ा की… Read More »बृज नारायण चकबस्त की रचनाएँ
गमों से प्यार न करता तो और क्या करता गमों से प्यार न करता तो और क्या करता ये दिल फ़िगार न करता तो और… Read More »बुनियाद हुसैन ज़हीन की रचनाएँ
सावधान सावधान हे युवक उमगो, सावधानता रखना ख़ूब। युवा समय के महा मनोहर विषयों में मत जाना डूब॥ सर्वकाज करने के पहिले पूछो अपने दिल… Read More »बुंदेला बाला की रचनाएँ
सफ़ेद रंग अक्सर एक पंछी हौले से उतर आता है मेरे कंधे पर और मैं सम्भावनाओं से घिर जाता हूँ चल रही हवाएँ बहुत तेज़… Read More »बुद्धिलाल पाल की रचनाएँ