Skip to content

Languagewise

जावेद वशिष्ठ की रचनाएँ

आगही सूद-ओ-ज़ियाँ की कोई मुश्किल भी नहीं आगही सूद-ओ-ज़ियाँ की कोई मुश्किल भी नहीं हासिल-ए-उम्र मगर उम्र का हासिल भी नहीं आँख उठाओ तो हिजाबात… Read More »जावेद वशिष्ठ की रचनाएँ

जावेद नासिर की रचनाएँ

बहुत उदास था उस दिन मगर हुआ क्या था बहुत उदास था उस दिन मगर हुआ क्या था हर एक बात भली थी तो फिर… Read More »जावेद नासिर की रचनाएँ

जावेद अनवर

अज़ब ख़्वाबों से मेरा राबता रक्खा गया ‎ अज़ब ख़्वाबों से मेरा राबता रक्खा गया मुझे सोए-हुवों में जागता रक्खा गया वो कोई और घर… Read More »जावेद अनवर

जावेद अख़्तर की रचनाएँ

दर्द अपनाता है पराए कौन   दर्द अपनाता है पराए कौन कौन सुनता है और सुनाए कौन कौन दोहराए वो पुरानी बात ग़म अभी सोया… Read More »जावेद अख़्तर की रचनाएँ

जाबिर हुसेन की रचनाएँ

दीवार-ए-शब कारवाँ लुट गया क़ाफ़िले मुंतशिर हो गए तीरगी का धमाका हुआ और दीवार-ए-शब ढह गई सिर्फ़ सरगोशियाँ मेरी आँखों में अलफ़ाज़ की किरचियाँ भर… Read More »जाबिर हुसेन की रचनाएँ

जानकी प्रसाद द्विवेदी की रचनाएँ

दोहा / भाग 1 परम पुरुष कवि जानकी, बन्दत हौं सिर नाय। निज ही अनुभव तें हिए, जो प्रभु जान्यो जाय।।1।। साँचे कवि कवि जानकी,… Read More »जानकी प्रसाद द्विवेदी की रचनाएँ

जानकीवल्लभ शास्त्री की रचनाएँ

उदयति मिहिरो, विगलति तिमिरो उदयति मिहिरो,विगलति तिमिरो भुवनं कथमभिरामम् प्रचरति चतुरो मधुकरनिकरो गुंजति कथमविरामम्॥ विकसति कमलं,विलसति सलिलम् पवनो वहति सलीलम् दिशिदिशि धावति,कूजति नृत्यति खगकुलमतिशयलोलम्॥ शिरसि… Read More »जानकीवल्लभ शास्त्री की रचनाएँ

जाँ निसार अख़्तर की रचनाएँ

उफ़ुक़ अगरचे पिघलता दिखाई पड़ता है उफ़ुक़ अगरचे पिघलता दिखाई पड़ता है मुझे तो दूर सवेरा दिखाई पड़ता है हमारे शहर में बे-चेहरा लोग बसते… Read More »जाँ निसार अख़्तर की रचनाएँ

ज़ौक़ की रचनाएँ

इस तपिश का है मज़ा दिल ही को हासिल होता इस तपिश[1] का है मज़ा दिल ही को हासिल होता काश, मैं इश्क़ में सर-ता-ब-क़दम[2] दिल होता… Read More »ज़ौक़ की रचनाएँ

ज़ैदी जाफ़र रज़ा की रचनाएँ

मैं तनहा हूँ , नहीं भी हूँ मैं तनहा हूँ , नहीं भी हूँ के मेरा ज़हन खाली एक पल को भी नहीं रहता न… Read More »ज़ैदी जाफ़र रज़ा की रचनाएँ