शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ
कृष्ण सुदामा चरित्र बन्दहुँ राम जो पूरण ब्रह्म है, वे ही त्रिलोकी के ईश कहावें। श्रीगुरु! राह कृपामय हो, हम पे नज़रें गुण को नित… Read More »शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ
कृष्ण सुदामा चरित्र बन्दहुँ राम जो पूरण ब्रह्म है, वे ही त्रिलोकी के ईश कहावें। श्रीगुरु! राह कृपामय हो, हम पे नज़रें गुण को नित… Read More »शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ
मिलन हम मिलते रहे, रोज मिलते रहे, तुमने अपने चेहरे के दाग, पर्दों में छुपा रखे थे, मैंने भी सब जख्म अपने , बड़ी सफाई… Read More »सजीव सारथी की रचनाएँ
अपन साख अब कैसे बचतो? अपन साख अब कैसे बचतो? गुरू सब दिन भर फिलिम देखतन- चेला बेच के घोड़ा सूते। चेलिन धरम सील मेटा… Read More »सच्चिदानंद प्रेमी की रचनाएँ
तिनका करने को जब कुछ नहीं तो कुतरते रहो उसे मुँह में ले कि भर जाए कुछ खालीपन । जब पंछी घोंसले में सहेज कर… Read More »शिवदयाल की रचनाएँ
अलग हैं हम कि जुदा अपनी रह-गुज़र में हैं अलग हैं हम कि जुदा अपनी रह-गुज़र में हैं वगरना लो तो सारे इसी सफ़र में… Read More »सगीर मलाल की रचनाएँ
अलग अलग इकाइयां सुब्ह से मैं उस घड़ी की टिक टिक सुन रहा हूँ जो दीवार से अचानक ग़ाएब हो गई है लेकिन हर घंटे… Read More »सईददुद्दीन की रचनाएँ
अपने ख़्वाबों को तेरी आँख में जलता देखूँ अपने ख़्वाबों को तेरी आँख में जलता देखूँ मेरी हसरत है तुझे नींद में चलता देखूँ मेरा… Read More »सईद राही की रचनाएँ
ग़ज़लें इक बर्ग-ए-ख़ुश्क से गुल-ए-ताज़ा तक आ गए इक बर्ग-ए-ख़ुश्क से गुल-ए-ताज़ा तक आ गए हम शहर-ए-दिल से जिस्म के सहरा तक आ गए उस… Read More »सईद अहमद की रचनाएँ
ये किस कि हुस्न की जल्वागरी है ये किस कि हुस्न की जल्वागरी है जहाँ तक देखता हूँ रौशनी है अगर होते नहीं हस्सास पत्थर… Read More »सईद अख्तर की रचनाएँ
अब मेरी दो-गाना को मिरा ध्यान है क्या ख़ाक अब मेरी दो-गाना को मिरा ध्यान है क्या ख़ाक इंसान की अन्ना उसे पहचान है क्या… Read More »सआदत यार ख़ाँ रंगीन की रचनाएँ