हरीश दुबे की रचनाएँ
छोड़ो भी गर्मी बरसाना कड़ी धूप का बने खजाना, सूरज जी! छोड़ो भी गरमी बरसाना, सूरज जी! नर्म-मुलायम धूप बदलकर आते हो क्यों रूप बदलकर!… Read More »हरीश दुबे की रचनाएँ
छोड़ो भी गर्मी बरसाना कड़ी धूप का बने खजाना, सूरज जी! छोड़ो भी गरमी बरसाना, सूरज जी! नर्म-मुलायम धूप बदलकर आते हो क्यों रूप बदलकर!… Read More »हरीश दुबे की रचनाएँ
अब्शारे-गज़ल ये कौन आ गई दिलरुबा ये कौन आ गई दिलरुबा महकी महकी फ़िज़ा महकी महकी हवा महकी महकी वो आँखों में काजल वो बालों… Read More »हसरत जयपुरी की रचनाएँ
पद-रत्नाकर / भाग- 1 श्रीराधारानी-चरन बिनवौं बारंबार श्रीराधारानी-चरन बिनवौं बारंबार। बिषय-बासना नास करि, करौ प्रेम-संचार॥ तुम्हरी अनुकंपा अमित, अबिरत अकल अपार। मोपर सदा अहैतुकी बरसत… Read More »हनुमानप्रसाद पोद्दार की रचनाएँ
नाव काग़ज़ की लहर पर छोड़ दो नाव काग़ज़ की लहर पर छोड़ दो बाक़ी बातें ईश्वर पर छोड़ दो ज़ख़्म उसके पास अपना भेजकर… Read More »हरि फ़ैज़ाबादी की रचनाएँ
सड़क बुहारती हुई औरत सड़क बुहारती हुई औरत जानती है कहा-कहाँ हैं गड्ढे कहाँ-कहाँ पड़ा है कीचड़ कहाँ-कहाँ छितरे हैं सड़े पत्ते कहाँ-कहाँ बहाया गया… Read More »हेमन्त प्रसाद दीक्षित की रचनाएँ
ग़ज़लें आ ही गया वो मुझ को लहद में उतारने आ ही गया वो मुझ को लहद में उतारने ग़फ़लत ज़रा न की मिरे ग़फ़लत-शेआर… Read More »‘हफ़ीज़’ जालंधरी की रचनाएँ
आश्ना कब हो है ये ज़िक्र दिल-ए-शाद के साथ आश्ना कब हो है ये ज़िक्र दिल-ए-शाद के साथ लब को निस्बत है मिर ज़मज़म-ए-दाद के… Read More »‘हसरत’ अज़ीमाबादी की रचनाएँ
दोहा / भाग 1 जयति कंस-करि-केहरी, मधु-रिपु केशी-काल। कालिय-मद-मर्दन हरे, केशव कृष्ण कृपाल।।1।। आदि मध्य अबसान हूँ, जा में उदित उछाह। सुरस वीर इकरस सदा,… Read More »हरिप्रसाद द्विवेदी की रचनाएँ
समुंदर बचपन में बादल था बाल कबीले का लोकगीत (बच्चे जो अभी भाषा नहीं जानते, ध्वनि से हुलसते हैं, उनके लिये) टुईयाँ गुईयाँ ढेम्पूलाकी चुईयाँ… Read More »हेमन्त देवलेकर की रचनाएँ
ग़ज़लें ग़म से बिखरा न पैमाल हुआ ग़म से बिखरा न पैमाल हुआ मैं तो ग़म से ही बे-मिसाल हुआ वक़्त गुज़रा तो मौजा-ए-गुल था… Read More »हसन ‘नईम’ की रचनाएँ