शम्भु बादल की रचनाएँ
खुली खिड़की तुम्हारी खुली खिड़की से देश लुट जाए तुम्हें आनन्द है तुम्हारी खुली खिड़की से किसी का घर प्रकाशित हो तुम्हें क्यों एतराज है ?… Read More »शम्भु बादल की रचनाएँ
खुली खिड़की तुम्हारी खुली खिड़की से देश लुट जाए तुम्हें आनन्द है तुम्हारी खुली खिड़की से किसी का घर प्रकाशित हो तुम्हें क्यों एतराज है ?… Read More »शम्भु बादल की रचनाएँ
बाल कविताएँ गीत एक गीत मेरा भी गा दो एक गीत मेरा भी गा दो। स्वर की गलियों के बंजारे मेरे छंद करो उजियारे किरन-किरन… Read More »श्रीकान्त जोशी की रचनाएँ
किस से पूछें कौन बताए किसी ने महशर देखा है किस से पूछें कौन बताए किसी ने महशर देखा है चुप चुप है आईना जिस… Read More »शमीम तारिक़ की रचनाएँ
दुनिया-ए-मोहब्बत में हम से हर अपना पराया छूट गया दुनिया-ए-मोहब्बत में हम से हर अपना पराया छूट गया अब क्या है जिस पर नाज़ करें… Read More »शमीम जयपुरी की रचनाएँ
अगरचे इश्क़ में इक बे-ख़ुदी सी रहती है अगरचे इश्क़ में इक बे-ख़ुदी सी रहती हैमगर वो नींद भी जागी हुई सी रहती है वही… Read More »‘शमीम’ करहानी की रचनाएँ
बड़ी सर्द रात थी कल मगर बड़ी आँच थी बड़ा ताव था बड़ी सर्द रात थी कल मगर बड़ी आँच थी बड़ा ताव था सभी… Read More »शमीम अब्बास की रचनाएँ
निराला के प्रति भूलकर जब राह- जब-जब राह…भटका मैंतुम्हीं झलके, हे महाकवि,सघन तम की आंख बन मेरे लिए,अकल क्रोधित प्रकृति का विश्वास बन मेरे लिये-जगत… Read More »शमशेर बहादुर सिंह की रचनाएँ
ग़ज़लें चलो ज़िन्दगी को मुहब्बत बना दें चलो ज़िन्दगी को मुहब्बत बना देंजहां से ज़ुलम औ’ सितम हम मिटा दें अहम की दिवारें नहीं मीत… Read More »हरकीरत हीर की रचनाएँ
मैं लिखना चाहती हूं मैं लिखना चाहती हूं कुछ ऐसे लेख जो जुड़े हों देश, दुनिया और समाज से कुछ ऐसी कविताएं जिनमें न हो… Read More »हिमानी की रचनाएँ
जिस ज़मीं पर तिरा नक़्श-ए-कफ़-ए-पा होता है जिस ज़मीं पर तिरा नक़्श-ए-कफ़-ए-पा होता है एक इक ज़र्रा वहाँ क़िबला नुमा होता है काश वो दिल… Read More »हरी चंद अख़्तर की रचनाएँ