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Hindi

तनवीर अंजुम की रचनाएँ

तन्हाई के फ़न में कामयाब अपनी अज़ली आरज़ू के मुताबिक़ मैं बिल्कुल आज़ाद हो चुकी हूँ हर ख़्वाहिश से लालच से ख़ौफ़ से ग़म से… Read More »तनवीर अंजुम की रचनाएँ

तंग इनायतपुरी की रचनाएँ

केहू कइसे बिचारे कटी जिन्दगी केहू कइसे बिचारे कटी जिन्दगी, का गजल के सहारे कटी जिन्दगी। जिन्दगी, जिन्दगी, जिन्दगी, जिन्दगी, रटते-रटते उधारे, कटी जिन्दगी। भीख… Read More »तंग इनायतपुरी की रचनाएँ

ज्योति रीता की रचनाएँ

भीड़ या मॉब लिंचिंग हत्यारों ने ढूंढ लिया है हत्या का नया तरीका जिसमें साँप भी मरता है और लाठी भी नहीं टूटती वे साजिशों… Read More »ज्योति रीता की रचनाएँ

ज्योति चावला की रचनाएँ

समझदारों की दुनिया में माँएँ मूर्ख होती हैं मेरा भाई और कभी-कभी मेरी बहनें भी बड़ी सरलता से कह देते हैं मेरी माँ को मूर्ख… Read More »ज्योति चावला की रचनाएँ

ज्योति खरे की रचनाएँ

गाँधी के इस देश में गाँधी के इस देश में सुबह-सुबह पढ़ते ही समाचार शर्म से झुक जाते हैं सिर अन्धे, गूँगे, बहरे चौराहों पर… Read More »ज्योति खरे की रचनाएँ

ज्योतिपुंज की रचनाएँ

सी SS याटौ सीSSयाटो थावा मांड्यौ है अणा छाना मना पड़िया हळफ ना वन वगड़ा मईं बदलाव आब्बा मांड्यौ है एक एक हळफ नीं बनावट… Read More »ज्योतिपुंज की रचनाएँ

ज्योत्स्ना शर्मा की रचनाएँ

दोहे झूले, गीत, बहार सब, आम,नीम की छाँव। हमसे सपनों में मिला, वो पहले का गाँव॥ सूरज की पहली किरन, पनघट उठता बोल। छेड़ें बतियाँ… Read More »ज्योत्स्ना शर्मा की रचनाएँ

ज्योत्स्ना मिश्रा की रचनाएँ

औरतें अजीब होतीं हैं औरतें अजीब होंती हैं औरतें अजीब होती हैं लोग सच कहते हैं, औरतें अजीब होती हैं रात भर सोती नहीं पूरा,… Read More »ज्योत्स्ना मिश्रा की रचनाएँ

जोश मलीहाबादी की रचनाएँ

तू अगर सैर को निकले तो उजाला हो जाए तू अगर सैर को निकले तो उजाला हो जाए । सुरमई शाल का डाले हुए माथे… Read More »जोश मलीहाबादी की रचनाएँ

जोश मलसियानी की रचनाएँ

आग है आग तिरी तेग़-ए-अदा का पानी आग है आग तिरी तेग़-ए-अदा का पानी ऐसे पानी को मैं हरगिज़ न कहूँगा पानी न रहे आँख… Read More »जोश मलसियानी की रचनाएँ