अज्ञेय की रचनाएँ
विकल्प वेदी तेरी पर माँ, हम क्या शीश नवाएँ? तेरे चरणों पर माँ, हम क्या फूल चढ़ाएँ? हाथों में है खड्ग हमारे, लौह-मुकुट है सिर… Read More »अज्ञेय की रचनाएँ
विकल्प वेदी तेरी पर माँ, हम क्या शीश नवाएँ? तेरे चरणों पर माँ, हम क्या फूल चढ़ाएँ? हाथों में है खड्ग हमारे, लौह-मुकुट है सिर… Read More »अज्ञेय की रचनाएँ
स्तुति इस दुनिया में दो दिन गुजारा है अब; नहीं यहाँ किसी का इजारा है अब। तेरे तक अक़्ल को रसाई नहीं; इसी जापै इंसान… Read More »अज्ञात हिन्दू महिला की रचनाएँ
चंदा मामा, आरे आवा चंदा मामा, आरे आवा, पारे आवा, नदिया किनारे आवा, सोने के कटोरवा में दूध-भात ले के आवा। बबुआ के मुंह में… Read More »अज्ञात रचनाकार की रचनाएँ
न्हातई न्हात तिहारेई स्याम कलिन्दजा स्याम भई बहुतै है न्हातई न्हात तिहारेई स्याम कलिन्दजा स्याम भई बहुतै है । धोखेहु धोये हौँ यामे कहूँ तो… Read More »अज्ञात कवि की रचनाएँ
मेरा गाँव गज़ा पट्टी में सो रहा था वह आकाश की ओर देखती थी गाँव की छत पर लेटी एक छोटी बच्ची दो हरी पत्तियों… Read More »अजेय की रचनाएँ
जीवन के रेतीले तट पर जीवन के रेतीले तट पर मैं आंधी तूफ़ान लिए हूँ। अंतर में गुमनाम पीर है, गहरे तम से भी गहरी… Read More »अजीत सुखदेव की रचनाएँ
दिलों की उक़दा-कुशाई का वक़्त है के नहीं दिलों की उक़दा-कुशाई का वक़्त है के नहीं ये आदमी की ख़ुदाई का वक़्त है के नहीं… Read More »‘अज़ीज़’ हामिद मदनी की रचनाएँ
छोड़ो भी गर्मी बरसाना कड़ी धूप का बने खजाना, सूरज जी! छोड़ो भी गरमी बरसाना, सूरज जी! नर्म-मुलायम धूप बदलकर आते हो क्यों रूप बदलकर!… Read More »हरीश दुबे की रचनाएँ
अब्शारे-गज़ल ये कौन आ गई दिलरुबा ये कौन आ गई दिलरुबा महकी महकी फ़िज़ा महकी महकी हवा महकी महकी वो आँखों में काजल वो बालों… Read More »हसरत जयपुरी की रचनाएँ
पद-रत्नाकर / भाग- 1 श्रीराधारानी-चरन बिनवौं बारंबार श्रीराधारानी-चरन बिनवौं बारंबार। बिषय-बासना नास करि, करौ प्रेम-संचार॥ तुम्हरी अनुकंपा अमित, अबिरत अकल अपार। मोपर सदा अहैतुकी बरसत… Read More »हनुमानप्रसाद पोद्दार की रचनाएँ