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Hindi

सुधेश की रचनाएँ

गीत जीवन का यथार्थ जीवन के काले यथार्थ ने उज्ज्वल सपनों में भटकाया । जीवन अमृतघट से वंचित उस की झलक मिली सपनों में उसे… Read More »सुधेश की रचनाएँ

सुधीर सक्सेना’की रचनाएँ

दिन धूप में  एक दिन धूप में आसमान से उतर कर एक चिड़िया आएगी और चोंच मारने लगेगी कांधे पर तब मुझे तुम्हारी याद आएगी… Read More »सुधीर सक्सेना’की रचनाएँ

सुधीर विद्यार्थी’की रचनाएँ

नदी एक जानवर ज़रूरत भर पानी पी रहे हैं नदी से चिड़िया चोंच भर पीती हैं मछलियाँ और मगरमच्छ गलफड़े भर कर वृक्ष सोखते हैं… Read More »सुधीर विद्यार्थी’की रचनाएँ

सुधीर मोता ’की रचनाएँ

त्रिपथगा-1 निकल स्वर्ग से पृथ्वी पर नीचे प्रवाहमयी जाना पताल तीन तलों का घर जिसका घर भी ऎसा जिसमें आना जाना जिससे पाहुन जैसे पर… Read More »सुधीर मोता ’की रचनाएँ

सुधांशु उपाध्याय ’की रचनाएँ

डिजिटल होते भारत में  दुनिया रही बदल पर डिजिटल होते इस भारत में औरत खींच रही है हल ! यह सदियों की पीर रही है औरत… Read More »सुधांशु उपाध्याय ’की रचनाएँ

सुधा चौहान ’की रचनाएँ

ऊँट  रोज़ सवेरे कितने ऊँट, पीठ लाद ढेरांे तरबूज़। धीरे-धीरे कहाँ चले, जब पहुँचेंगे पेड़ तले- गर्दन ऊँची कर खाएँगे, कड़वी नीम चबा जाएँगे। मालिक… Read More »सुधा चौहान ’की रचनाएँ

व्योमेश शुक्ल ’की रचनाएँ

जस्ट टियर्स [ इस लम्बी कविता में दर्ज़ लोग और भूगोल, दर्द और दिक्क़तें नई नहीं हैं, नया है वह कहन, जिसे व्योमेश शुक्ल अपनी… Read More »व्योमेश शुक्ल ’की रचनाएँ

वेणु गोपाल ’की रचनाएँ

अंधेरा मेरे लिए रहती है रोशनी लेकिन दिखता है अंधेरा तो कसूर अंधेरे का तो नहीं हुआ न! और न रोशनी का! किसका कसूर? जानने… Read More »वेणु गोपाल ’की रचनाएँ

वेंकटेश चन्द्र पाण्डेय ’की रचनाएँ

नन्हा पौधा  एक बीज था गया बहुत ही, गहराई में बोया उसी बीज के अंतर में था नन्हा पौधा सोया उस पौधे को मंद पवन… Read More »वेंकटेश चन्द्र पाण्डेय ’की रचनाएँ

वृन्दावनलाल वर्मा ’की रचनाएँ

आगे चले चलो अपवाद भय या कीर्ति प्रेम से निरत न हो, यदि ख़ूब सोच-समझ कर मार्ग चुन लिया। प्रेरित हुए हो सत्य के विश्वास,… Read More »वृन्दावनलाल वर्मा ’की रचनाएँ