हेंसन रेहानी की रचनाएँ
आज सौदाए मोहब्बत की ये अर्ज़ानी है आज सौदाए मोहब्बत की ये अर्ज़ानी है काम बे-कार जवानों का ग़ज़ल-ख़्वानी है ग़म की तकमील का सामान… Read More »हेंसन रेहानी की रचनाएँ
आज सौदाए मोहब्बत की ये अर्ज़ानी है आज सौदाए मोहब्बत की ये अर्ज़ानी है काम बे-कार जवानों का ग़ज़ल-ख़्वानी है ग़म की तकमील का सामान… Read More »हेंसन रेहानी की रचनाएँ
नानी की नाव नाव चली, नानी की नाव चली, नीना की नानी की नाव चली! लंबे सफ़र पे आओ चलो, भागे चलो जागो चलो, आओ,… Read More »हरेंद्रनाथ चट्टोपाध्याय की रचनाएँ
बेवफ़ा ऐसे तो हरगिज़ न थे पहले हम लोग बेवफ़ा ऐसे तो हरगिज़ न थे पहले हम लोग एक ही शह्र में रहकर नहीं मिलते… Read More »हनीफ़ राही की रचनाएँ
मन बहुत है आज तपती रेत पर कुछ छंद लहरों के लिखें हम समय के अतिरेक को हम साथ ले अपने स्वरों में मन बहुत… Read More »हृदयेश की रचनाएँ
कर्त्तव्य अभी तू यहीं कहीं थी – पास में और लुटा रही थी अपने नीले गले से रस माधुरी। मैं सावधान सिपाही चौकस संगीन ताने… Read More »हरे राम सिंह की रचनाएँ
तिनका बयारि के बस तिनका बयारि के बस। ज्यौं भावै त्यौं उडाइ लै जाइ आपने रस॥ ब्रह्मलोक सिवलोक और लोक अस। कह ‘हरिदास बिचारि देख्यो,… Read More »हरिदास की रचनाएँ
आख़िर-ए-शब वो तेरी अँगड़ाई आख़िर-ए-शब वो तेरी अँगड़ाई कहकशाँ भी फलक पे शरमाई आप ने जब तवज्जोह फ़रमाई गुलशन-ए-ज़ीस्त में बहार आई दास्ताँ जब भी… Read More »‘अज़ीज़’ वारसी की रचनाएँ
शेर-1 (1) हिफाजत करने वाले खिरमनों1 के मुतमईन2 बैठें, तजल्ली3 बर्क4 की महदूद5 मेरे आशियाँ तक है। (2) सुरूरे-शब6 की नहीं सुबह का खुमार7 हूँ मैं, निकल चुकी है जो गुलशन से… Read More »अज़ीज़ लखनवी की रचनाएँ
आँखों के ग़म-कदों में उजाले आँखों के ग़म-कदों में उजाले हुए तो हैं बुनियाद एक ख़्वाब की डाले हुए तो हैं तलवार गिर गई है… Read More »अज़ीज़ ‘नबील’ की रचनाएँ
हैयूला मह ओ साल के ताने बाने को ज़र्रीं शुआओं की गुल-कारियाँ मेरी नज़रों ने बख़्शी हैं आफ़ाक़ के ख़द्द-ओ-ख़ाल-ए-बहार-आफ़रीं में मिरे ख़ूँ की सौग़ात… Read More »अज़ीज़ तमन्नाई की रचनाएँ