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September 2020

सफ़ी औरंगाबादी की रचनाएँ

न अपने बस में है रोना न हाए हँस देना न अपने बस में है रोना न हाए हँस देना कोई रूलाए तो रोना हँसाए… Read More »सफ़ी औरंगाबादी की रचनाएँ

सफ़िया शमीम की रचनाएँ

शम-ए-उम्मीद जला बैठे थे  वो हसरत-ए-बहार न तूफ़ान-ए-ज़िंदगी आता है फिर रूलाने का अब्र बहार क्यूँ आलाम-ओ-ग़म की तुंद हवादिस के वास्ते इतना लतीफ़ दिल… Read More »सफ़िया शमीम की रचनाएँ

सफ़दर हाशमी की रचनाएँ

किताबें किताबें करती हैं बातें बीते जमानों की दुनिया की, इंसानों की आज की कल की एक-एक पल की। खुशियों की, गमों की फूलों की,… Read More »सफ़दर हाशमी की रचनाएँ

सफ़दर इमाम क़ादरी की रचनाएँ

धूप  सूखे और ऊँचे पहाड़ों को मटियाले रंगों की चमक दे जाती है अपनी पहाड़ी से अलग दूसरी पहाड़ी पर सुरमई हो जाती है उचटती… Read More »सफ़दर इमाम क़ादरी की रचनाएँ

सपना मांगलिक की रचनाएँ

कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ बीज गिरा बीज कोई अनजान उम्मीदों का उमड़ा तूफ़ान धरती सीने हुई रोपाई फसल स्वप्न की लहलहाई थी सख्त धरा जैसे मरू… Read More »सपना मांगलिक की रचनाएँ

शिवमंगल सिंह ‘सुमन’की रचनाएँ

परिचय  हम दीवानों का क्या परिचय? कुछ चाव लिए, कुछ चाह लिए कुछ कसकन और कराह लिए कुछ दर्द लिए, कुछ दाह लिए हम नौसिखिए,… Read More »शिवमंगल सिंह ‘सुमन’की रचनाएँ

शिवप्रसाद जोशी की रचनाएँ

इच्छा है या उम्मीद है या फ़क़त मानना  अगर फ़र्श पर भी फूल खिल जाता अगर हवा धूल नहीं उड़ाती सूरज में चांद घुला होता… Read More »शिवप्रसाद जोशी की रचनाएँ

शिवपूजन सहाय की रचनाएँ

श्रीराम का बाल्यावस्था शृंगार वर्णन 1. ”कोटि-काम-शोभा श्याम अंग नीलकंजघन अरुण-सरोज-पद नख-जोति मोती हैं। रेख-कुलिश-ध्वज-वर-अंकुश-पग-नूपुर धुनि सुनि कै मुनीशन मन छोभ अति होती हैं। रेखात्रय-उदर… Read More »शिवपूजन सहाय की रचनाएँ

शिवबहादुर सिंह भदौरिया की रचनाएँ

इस तपन से जेठ की घबरा गए थे प्रान  इस तपन से जेठ की घबरा गए थे प्रान पर अचानक याद आया एक गंगा स्नान… Read More »शिवबहादुर सिंह भदौरिया की रचनाएँ

शिवबहादुर सिंह भदौरिया की रचनाएँ

एक गाँठ और सरपत सी मूछों और मशकनुमा छाती पर आँख गड़ गई; उलझे हुए धागे में एक गाँठ और पड़ गई। परिवेश: एक जलता… Read More »शिवबहादुर सिंह भदौरिया की रचनाएँ