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अनीता मिश्रा सिद्धि की रचनाएँ

बहुत कुछ कहना है  वो पल हमे दो ना बहुत कुछ कहना है सुनोगे मेरी बात या हँसी उड़ाओगे मेरी पागल तो नहीँ कहोगे। सुनो… Read More »अनीता मिश्रा सिद्धि की रचनाएँ

अनीता कपूर की रचनाएँ

नहीं चाहिए अब तुम्हारे झूठे आश्वासन मेरे घर के आँगन में फूल नहीं खिला सकते चाँद नहीं उगा सकते मेरे घर की दीवार की ईंट… Read More »अनीता कपूर की रचनाएँ

अनिल विभाकर की रचनाएँ

इंद्रजाल  यह है इंद्रप्रस्थ का इंद्रजाल इसमें भूखी-नंगी जनता सुनहरे सपने देखती है और महारानी के दर्शन भर से धन्य हो जाती है । ग़रीब… Read More »अनिल विभाकर की रचनाएँ

अनिल मिश्र की रचनाएँ

पहाड़ी के पत्थर  हवा दिशा बदलती है और पानी अपने रास्ते इन पत्थरों पर बैठकर आसमान अपने कपड़े बदलता है लाखों वर्षों से निश्चल निर्विकार… Read More »अनिल मिश्र की रचनाएँ

अनिल पुष्कर की रचनाएँ

७२० / २५० असलहों का कारीगर-1 अख़बार की सुर्ख़ियों में पढ़ना‘बिलाल’ मेरा नाम किसी कोख़बर नहीं, क्या हुआ ? उसने कहा — निशाना चूकना नहीं चाहिए… Read More »अनिल पुष्कर की रचनाएँ

अनिल पाण्डेय की रचनाएँ

धार हैं हम 1.धार हैं हमरुकना हिस्से में नहीं आताबहते रहना अनवरतनियति है हमारीकहीं स्थायित्व मिला तोबहने की खुमारी में पता ही नहीं चला 2.बहते… Read More »अनिल पाण्डेय की रचनाएँ

अनिल त्रिपाठी की रचनाएँ

इन दिनों  इन दिनों नहीं लिखी कविताएँ और चिट्ठियाँ आलेख तो दूर की बात है हाँ टी० वी० पर ख़बर सुनता रहा । और सब… Read More »अनिल त्रिपाठी की रचनाएँ

अनिल जनविजय की रचनाएँ

आकाश का कायांतरण आकाश रोगी को दिखाता है तरह-तरह के चित्र कभी वो देखता है जहाज़ कभी रेफ़्रीजीरेटर, कभी कोई केंचुआ तो कभी सफ़ेद गाय… Read More »अनिल जनविजय की रचनाएँ

अनिल गंगल की रचनाएँ

पोस्टमैन एक दिन हो जाएंगे हम दरवाज़े पर तुम्हारी दस्तक से महरूम । अनन्त में नहीं गूंजती होगी तुम्हारी पुकार खिड़की पर बैठ कोई नहीं… Read More »अनिल गंगल की रचनाएँ

अनिल कुमार सिंह की रचनाएँ

तिब्बत देश आम भारतीय जुलूसों की तरह ही गुज़र रहा था उनका हुजूम भी ‘तिब्बत देश हमारा है’ के नारे लगाता हुआ हिंदी में वे… Read More »अनिल कुमार सिंह की रचनाएँ