अचल कवि (अच्युतानंद) की रचनाएँ
विश्वव्याप्ति कमल मध्य विलसति है नीलवर्ण विश्वव्याप्ति कमल मध्य विलसति है नीलवर्ण व्याघ्र चर्म वसन दिव्य सोभित सुखमान युगल चरण नूपुर धुनि कटि किंकिन अति… Read More »अचल कवि (अच्युतानंद) की रचनाएँ
विश्वव्याप्ति कमल मध्य विलसति है नीलवर्ण विश्वव्याप्ति कमल मध्य विलसति है नीलवर्ण व्याघ्र चर्म वसन दिव्य सोभित सुखमान युगल चरण नूपुर धुनि कटि किंकिन अति… Read More »अचल कवि (अच्युतानंद) की रचनाएँ
तड़प अरे, मेरा करो अपहरण ले जाओ मुझे अपने यातना-शिविर में कुछ नहीं कहूंगा मैं करो जो कुछ भी करना है मेरे शरीर के साथ… Read More »अग्निशेखर की रचनाएँ
काले-सफ़ेद परोंवाला परिंदा और मेरी एक शाम यह नज़्म अधूरी है। अगर आपके पास उपलब्ध है तो कृपया इसे पूरा कर दें। बर्तन,सिक्के,मुहरें, बेनाम ख़ुदाओं… Read More »अख़्तर-उल-ईमान की रचनाएँ
आँधी में चराग़ जल रहे हैं आँधी में चराग़ जल रहे हैं क्या लोग हवा में पल रहे हैं ऐ जलती रूतो गवाह रहना हम… Read More »अख़्तर होश्यारपुरी की रचनाएँ
आज भी दश्त-ए-बला में आज भी दश्त-ए-बला में नहर पर पहरा रहा कितनी सदियों बाद मैं आया मगर प्यासा रहा क्या फ़ज़ा-ए-सुब्ह-ए-ख़ंदाँ क्या सवाद-ए-शाम-ए-ग़म जिस… Read More »‘अख्तर’ सईद खान की रचनाएँ
ऐ दिल वो आशिक़ी के ऐ दिल वो आशिक़ी के फ़साने किधर गए वो उम्र क्या हुई वो ज़माने किधर गए वीराँ हैं सहन-ओ-बाग़ बहारों… Read More »‘अख्तर’ शीरानी की रचनाएँ
शाम और मज़दूर-1 शाम और मज़दूर खेतों के सब्ज़ सन्नाटे से गुज़र रहे हैं बालियाँ खड़ी हैं शाएँ-शाएँ हलका-सा कहीं-कहीं पे होता है गाँव के… Read More »अख़्तर यूसुफ़ की रचनाएँ
आवारा ख़ूब हँस लो मेरी आवारा-मिज़ाजी पर तुम मैं ने बरसों यूँ ही खाए हैं मोहब्बत के फ़रेब अब न एहसास-ए-तक़द्दुस न रिवायत की फ़िक्र… Read More »अख्तर पयामी की रचनाएँ
लिखा है… मुझको भी लिखना पड़ा है लिखा है….. मुझको भी लिखना पड़ा है जहाँ से हाशिया छोड़ा गया है अगर मानूस है तुम से… Read More »अख़्तर नाज़्मी की रचनाएँ
साफ़ ज़ाहिर है निगाहों से कि हम मरते हैं साफ़ ज़ाहिर है निगाहों से कि हम मरते हैंमुँह से कहते हुए ये बात मगर डरते… Read More »अख़्तर अंसारी की रचनाएँ