शरद चन्द्र गौड़ की रचनाएँ
प्यासी इंद्रावती नीर विहीन इंद्रावती बहती है मेरे घर के तीर कभी छूता था उसका जल मेरे घर की चौखट को बरसात में चौखट भी… Read More »शरद चन्द्र गौड़ की रचनाएँ
प्यासी इंद्रावती नीर विहीन इंद्रावती बहती है मेरे घर के तीर कभी छूता था उसका जल मेरे घर की चौखट को बरसात में चौखट भी… Read More »शरद चन्द्र गौड़ की रचनाएँ
अनकही वह कहता था वह सुनती थी जारी था एक खेल कहने सुनने का खेल में थी दो पर्चियाँ एक में लिखा था ‘कहो’ एक… Read More »शरद कोकास की रचनाएँ
अब मुझ से ये रात तय न होगी अब मुझ से ये रात तय न होगी पत्थर ये जबीं न है न होगी ख़ुर्शीद न… Read More »शम्सुर्रहमान फ़ारूक़ी की रचनाएँ
कमरे की दीवारों पर आवेज़ां जो तस्वीरें हें कमरे की दीवारों पर आवेज़ां जो तस्वीरें हेंअहद-ए-गुज़िश्ता के ख़्वाबों की बिखरी हुई ताबीरें हैं उनके ख़त… Read More »शम्स फ़र्रुख़ाबादी की रचनाएँ
दृग लाल बिसाल उनीँदे कछू गरबीले लजीले सुपेखहिँगे ग लाल बिसाल उनीँदे कछू गरबीले लजीले सुपेखहिँगे । कब धौँ सुथरी बिखरी अलकैँ झपकी पलकैँ अवरेखहिँगे… Read More »शम्भु की रचनाएँ
खुली खिड़की तुम्हारी खुली खिड़की से देश लुट जाए तुम्हें आनन्द है तुम्हारी खुली खिड़की से किसी का घर प्रकाशित हो तुम्हें क्यों एतराज है ?… Read More »शम्भु बादल की रचनाएँ
किस से पूछें कौन बताए किसी ने महशर देखा है किस से पूछें कौन बताए किसी ने महशर देखा है चुप चुप है आईना जिस… Read More »शमीम तारिक़ की रचनाएँ
दुनिया-ए-मोहब्बत में हम से हर अपना पराया छूट गया दुनिया-ए-मोहब्बत में हम से हर अपना पराया छूट गया अब क्या है जिस पर नाज़ करें… Read More »शमीम जयपुरी की रचनाएँ
अगरचे इश्क़ में इक बे-ख़ुदी सी रहती है अगरचे इश्क़ में इक बे-ख़ुदी सी रहती हैमगर वो नींद भी जागी हुई सी रहती है वही… Read More »‘शमीम’ करहानी की रचनाएँ
बड़ी सर्द रात थी कल मगर बड़ी आँच थी बड़ा ताव था बड़ी सर्द रात थी कल मगर बड़ी आँच थी बड़ा ताव था सभी… Read More »शमीम अब्बास की रचनाएँ